'कांग्रेस अध्यक्ष बना तो 50 साल से कम के लोगों को पार्टी में आधे पद', खड़गे का कार्यकर्ताओं से वादा
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कांग्रेस में अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर में अध्यक्ष बना तो 50 साल से कम के युवाओं को आधे ज्यादा पद दिए जाएंगे. खड़गे कांग्रेस कार्यकर्ता से मिलने के लिए हैदराबाद और विजयवाड़ा पहुंचे हुए थे. इससे पहले उनके प्रतिद्वंदी शशि थरूर भी लगातार कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर वह अध्यक्ष चुने जाते हैं तो 50 साल से कम उम्र वालों के लिए 50 फीसदी सीटों के प्रस्ताव को लागू करेंगे. खड़गे शनिवार को हैदराबाद और विजयवाड़ा में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे थे.
खड़गे का यह बयान उस समय आया है, जबकि ऐसे सुझाव मिल रहे हैं कि कांग्रेस का नेतृत्व किसी युवा नेता को करना चाहिए. AICC, प्रदेश कांग्रेस कमेटी, जिला और ब्लॉक कमेटी के साथ-साथ 50 साल से कम उम्र के लोगों के लिए 50% सीटें देने की घोषणा इस साल की शुरुआत में उदयपुर में हुए चिंतन शिविर में प्रस्ताव में से एक थी.
दरअसल खड़गे ने ये बात एक सवाल के जवाब में कही, जब वह 75 वर्षीय सोनिया गांधी की जगह ले रहे हैं और युवा ग्रैंड ओल्ड पार्टी से खुद को दूर कर रहे हैं. हैदराबाद में मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस के सीनियर नेता ने कहा कि ईडी, सीबीआई और आयकर के डर से बहुत से लोग चले गए. युवाओं के लिए, जैसा कि मैंने कहा उदयपुर घोषणा में हमने 50 साल से कम उम्र के लोगों को 50% सीटें देने का वादा किया था और मैं ऐसा करूंगा.
केसीआर पर भी बरसे खड़गे
तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (BRS) करने के तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) के फैसले के बारे में पूछे जाने पर खड़गे ने कहा कि कई क्षेत्रीय दलों ने खुद को 'अखिल भारतीय' टैग दिया है, लेकिन कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक उनकी कोई मौजूदगी नहीं है.
खड़गे ने बीजेपी पर साधा निशाना
महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.