कचरे के ढेर में मिली 3 दिन की नवजात, दिल्ली के पॉश वसंत कुंज इलाके का मामला
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Delhi News: राजधानी के पॉश इलाके वसंत कुंज में तीन की नवजात के लावारिस हालत में मिलने से हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने नवजात को अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने कहा है कि नवजात बच्ची बिल्कुल स्वस्थ है. पुलिस अब उसके माता-पिता की तलाश में जुट गई है.
राजधानी नई दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में तीन दिन की नवजात कूड़े के ढेर में पड़ी हुई मिली. लोगों ने अपने स्तर पर जानकारी लगाई लेकिन कुछ पता नहीं चला. जिसके बाद बच्ची के बारे में पुलिस को सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने नवजात को अपने कब्जे में लेकर तुरंत ही अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने उसकी हालत स्थिर बताई है.
शनिवार सुबह करीब 8.15 बजे वसंत कुंज साउथ पुलिस थाने को नवजात कूड़े के ढेर में पड़े होने की सूचना प्राप्त हुई थी. जानकारी मिलते ही पुलिस की पीसीआर रजोकरी बस स्टैंड के पास पहुंची. वहां रजोकरी पहाड़ी पर उस शख्स से मिली जिसने पुलिस को नवजात के बारे में सूचना दी थी.
बताया गया कि शख्स को अपने घर के पास कचरे में नवजात मिली है. जो करीब तीन दिन की है. बारिश होने के कारण वह उसे अपने घर ले आया. पुलिस ने तुरंत ही नवजात बच्ची को वसंत कुंज स्थित फोर्टिस अस्पताल पहुंचाया. जहां उसका उपचार किया जा रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि वो स्वस्थ है.
पुलिस का कहना है कि बच्ची के माता-पिता के बारे में जानकारी लगाई जा रही है. जल्द ही उनका पता लगा लिया जाएगा.
महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.