कंधार हाइजैक पर पहले भी बन चुकी है फिल्म, अमिताभ बच्चन ने किया था फ्री में काम
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क्या आपको पता है कि 'आईसी 814: द कंधार हाइजैक' से पहले भी कंधार हाइजैक पर फिल्म बन चुकी है? डायरेक्टर अनुभव सिन्हा की सीरीज में 1999 में हुए आईसी 814 फ्लाइट के हाइजैक की कहानी को दिखाया गया है. साल 2010 में इस पूरे वाकये पर एक मलयालम फिल्म बनी थी, जिसमें अमिताभ बच्चन ने काम किया था.
नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई मल्टी स्टारर सीरीज 'आईसी 814: द कंधार हाइजैक' सुर्खियों में बनी हुई है. विजय वर्मा, नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर और मनोज पाहवा जैसे कमाल के कलाकारों से भरी इस सीरीज को बढ़िया रिव्यू मिले थे. हालांकि शो में हाइजैकर्स के नाम 'भोला' और 'शंकर' बताने पर विवाद भी खूब हुआ.
लेकिन क्या आपको पता है कि 'आईसी 814: द कंधार हाइजैक' से पहले भी कंधार हाइजैक पर फिल्म बन चुकी है? डायरेक्टर अनुभव सिन्हा की सीरीज में 1999 में हुए आईसी 814 फ्लाइट के हाइजैक की कहानी को दिखाया गया है. इस दौरान एक भारतीय विमान को नेपाल के काठमांडू से हाइजैक करने के बाद अलग-अलग लोकेशन पर लैंड करवाया गया था. अंत में ये अफगानिस्तान के कंधार पहुंच गया था. साल 2010 में इस पूरे वाकये पर एक मलयालम फिल्म बनी थी, जिसमें अमिताभ बच्चन ने काम किया था.
कंधार हाइजैक पर पहली भी बनी है फिल्म
इस मलयालम फिल्म का नाम 'कंधार' था. मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार मोहनलाल ने इस पिक्चर में लीड रोल निभाया था. इसके डायरेक्टर मेजर रवि थे. अमिताभ बच्चन ने इस पिक्चर में एक्सटेंडेड कैमियो किया था, जिसके लिए उन्होंने कोई फीस चार्ज नहीं की थी. साल 2010 में अमिताभ ने इस बारे में बात भी की थी. उन्होंने मोहनलाल को मलयालम सिनेमा के सबसे बेहतरीन टैलेंट में से एक बताया था.
अमिताभ ने नहीं ली थी फीस
अमिताभ ने लिखा था, 'वो (मोहन और रवि) मेरे घर मुझे फिल्म के लिए ऑफिशियली साइन करने और पेमेंट देने आए थे. हां! पेमेंट? फीस? मेहनताना? तीन दिन की गेस्ट अपीयरेंस के लिए? मोहनलाल के साथ, जिनका मैं हमेशा से सबसे ज्यादा आदर करता हूं? नहीं, नहीं. ऐसी चीजों के लिए मैं पैसे नहीं लेता.'
एक फिल्म को लेकर कंट्रोवर्सी क्रिएट होने से हमारी मासूम जनता सोचती है कि उस पर पाबंदी लगाई जाएगी, सीन काटा जाएगा, हीरो को 'कांडी' समझा जाएगा या फिर कुछ और ना सही फिल्म को ऑडियन्स दरकिनार तो कर ही देगी. इससे वो फिल्म या सीरीज कोई बिजनेस नहीं कर पाएगी. लेकिन कभी कभी इसका उल्टा भी हो जाता है. या अगर कहें कि आज के दौर में तो ये रिवर्स गियर पकड़ लेती है तो बिल्कुल गलत नहीं होगा.