इस देश में सबसे ज्यादा सैलरी पाते हैं मंत्री, लेकिन GDP घटते ही हो जाती है कम, जानिए ऐसा क्यों?
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दुनिया में प्रधानमंत्री से लेकर संसद सदस्यों तक तमाम नेताओं को सबसे ज्यादा सैलरी देने के मामले में सिंगापुर सबसे आगे है. यहां के प्रधानमंत्री लॉरेंस बॉन्ग (Lawrence Wong) सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले पीएम हैं.
बीते कुछ हफ्तों में मंत्रियों के वेतन (Ministers Salary) के बारे में खूब चर्चा हुई है. इस दौरान वेतन पारदर्शिता का मुद्दा भी उठाया गया. इस चर्चा के बीच दुनिया में मंत्रियों को सबसे ज्यादा सैलरी देने वाले देश सिंगापुर में वेतन कैलकुलेशन पर गौर करना जरूरी है. जी हां Singapore PM दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले नेता हैं. अगर सैलरी स्ट्रक्चर के बारे में बात करें, तो देश में नेताओं की सैलरी विभिन्न घटकों पर निर्भर करती है और इस पर देश की जीडीपी में उतार-चढ़ाव का असर भी देखने को मिलता है. आइए जानते हैं कैसे?
वेतन का आंकलन करने के लिए समिति
सिंगापुर में संसद सदस्यों, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के वेतन का हर पांच साल बाद आकलन और समायोजन करने के लिए समिति बनी है. दरअसल, सरकार का लक्ष्य ये है कि नेताओं को ऐसी सैलरी मिले, जो उन्हें भ्रष्टाचार से बचते हुए अधिक प्रोडक्टिव बनने के लिए प्रोत्साहित करे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां पर सरकार में मंत्रियों का वेतन उनके ग्रेड (MR4, MR3, MR2 या MR1) पर आधारित हैं, जिसमें सबसे न्यूनतम सैलरी वाला ग्रेड MR4 है. वहीं मंत्रियों की सालाना सैलरी निश्चित और वेरिएबल कंपोनेंट्स के साथ होती है.
सैलरी में शामिल फिक्स्ड कंपोनेंट्स
सैलरी में शामिल वेरिएबल कंपोनेंट्स
यहां बता दें कि सिंगापुर में मंत्रियों को मिलने वाला GDP Bonus जीडीपी ग्रोथ पर आधारित होता है, जबकि उन्हें दिए जाने वाले परफॉर्मेंस बोनस का निर्धारण प्रधानमंत्री प्रत्येक मंत्री के प्रदर्शन का आकलन करने के बाद करते हैं. देश में यह Performance Bonus 14 महीने के वेतन के बराबर तक हो सकता है.
4 डे वर्किंग पैटर्न का सपोर्ट करने वालों का मानना है कि 5 डे वर्किंग पैटर्न पुराने समय के लिए ठीक था. तब कर्मचारियों को इतना तनाव भी नहीं उठाना पड़ता था और ना ही वर्कप्लेस तक जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी. अब हफ्ते में सिर्फ 4 दिन काम करने से कर्मचारियों को बड़ा आराम मिलेगा और वे अपने काम में खुश भी नजर आएंगे.
Gold-Silver Price Today: सस्ता हुआ सोना, चांदी की कीमत में भी गिरावट, जानें गोल्ड-सिल्वर का ताजा भाव
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (India Bullion And Jewellers Association) के मुताबिक, सोमवार को शाम को 24 कैरेट सोना (Gold Rate) 80397 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो आज, 28 जनवरी, 2025 की सुबह कमी के साथ 80006 रुपये तक आ गया है. इसी तरह शुद्धता के आधार पर सोना-चांदी दोनों ही सस्ते हुए हैं.
रिपोर्ट में राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) की सीमा को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये करने और धारा 80D के तहत हेल्थ इंश्योरेंस डिडक्शन को 25,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये करने की सिफारिश की गई है. इसके अलावा, SBI रिसर्च ने 10-15 लाख रुपये की इनकम लिमिट के लिए टैक्स की रेट को घटाकर 15% करने और सभी बैंक डिपॉजिट्स पर एक समान 15% कर टैक्स लागू करने का प्रस्ताव रखा है.