
इस देश में छिपा है भगोड़ा मेहुल चोकसी, फर्जी डॉक्यूमेंट्स दिखाकर हासिल किया 'रेजीडेंसी कार्ड'
AajTak
मीडिया आउटलेट के अनुसार, चोकसी वर्तमान में अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ बेल्जियम के एंटवर्प में 'एफ रेजीडेंसी कार्ड' हासिल करके रह रहा है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चोकसी ने बेल्जियम में रेजीडेंसी पाने के लिए भ्रामक और फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए थे, ताकि भारत प्रत्यर्पण से बच सके.
भगोड़ा व्यवसायी मेहुल चोकसी वर्तमान में बेल्जियम के एंटवर्प में अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ रह रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उसने वहां 'रेजीडेंसी कार्ड' प्राप्त कर लिया है. मीडिया आउटलेट एसोसिएटेड टाइम्स, जो कैरेबियाई क्षेत्र पर फोकस करता है, ने बताया कि भारतीय अधिकारियों ने बेल्जियम सरकार से चोकसी के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया है.
हालांकि भारतीय अधिकारियों की ओर से इस रिपोर्ट की तत्काल कोई पुष्टि नहीं की गई है. चोकसी, जो भारत में 13,500 करोड़ रुपये के बैंक लोन घोटाले के मामले में वॉन्टेड है, पहले एंटिगुआ और बारबुडा में रह रहा था. बाद में वह बेल्जियम चला गया. चोकसी की पत्नी प्रीति चोकसी बेल्जियम की नागरिक हैं.
फर्जी डॉक्यूमेंट्स के सहारे हासिल की रेजीडेंसी
मीडिया आउटलेट के अनुसार, चोकसी वर्तमान में अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ बेल्जियम के एंटवर्प में 'एफ रेजीडेंसी कार्ड' हासिल करके रह रहा है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चोकसी ने बेल्जियम में रेजीडेंसी पाने के लिए भ्रामक और फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए थे, ताकि भारत प्रत्यर्पण से बच सके.
स्विट्जरलैंड जाने की बना रहा योजना
उसने बेल्जियम सरकार को झूठे दस्तावेज और गलत जानकारी दी, साथ ही अपनी भारतीय और एंटिगुआ की नागरिकता की जानकारी छुपाई. सूत्रों के मुताबिक, चोकसी अब स्विट्जरलैंड जाने की योजना बना रहा है, जहां वह एक प्रसिद्ध कैंसर अस्पताल में इलाज के बहाने शरण लेने की कोशिश कर सकता है.

कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल के मद्देनजर 28 अप्रैल को स्नैप चुनाव कराने की घोषणा की है। यह निर्णय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'अनुचित' टैरिफ के जवाब के तहत लिया गया है। कार्नी की यह रणनीति उनकी हाल ही में मिली लोकप्रियता के चलते है, जिससे वह देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने का प्रयास कर रहे हैं।

बेंजामिन नेतन्याहू की इजरायली सेना की तरफ से हमास को खत्म करने के उद्देश्य से शुरू की गई जंग जारी है. हालांकि इस जंग में हमास का खात्मा नहीं हो पाया, लेकिन फिलिस्तीन में हजारों मासूमों की जान चली गई. संघर्ष में इजरायली मौतों के मुकाबले फिलिस्तीनी मौतों की संख्या कहीं ज्यादा है, जिससे गाजा में मानवता पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं.

राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि अगर पाकिस्तान के पूर्व पीएम और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक इमरान खान 9 मई 2023 की घटनाओं के लिए पूरी ईमानदारी से माफी मांगते हैं, तो उनकी रिहाई संभव हो सकती है. इस दिन इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद देशभर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे और सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया था.