
खिसकने लगी है एर्दोगन की इस्लामिक पॉलिटिक्स की जमीन? इमामोग्लू से इतना डरते क्यों हैं तुर्क राष्ट्रपति
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तुर्की में इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू को भ्रष्टाचार और आतंकवाद के आरोपों में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. उनके जेल जाने से तुर्की भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इमामोग्लू तुर्की का एक लोकप्रिय चेहरा हैं जिन्हें एर्दोगन का सबसे प्रमुख विरोधी माना जाता है.
तुर्की की राजधानी अंकारा समेत देश के लगभग सभी शहरों में राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन के विरोधी एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के विरोध में लाखों की संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं. प्रदर्शनों को रोकने के लिए सड़क पर उतरी पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच लगातार झड़प की खबरें आ रही हैं. पुलिस प्रदर्शनकारियों के खिलाफ रबर बुलेट, आंसू गैसे के गोले और मिर्ची गैस के गोले दाग रही है. सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है.
तुर्की के 55 से अधिक प्रांतो में प्रोटेस्ट हो रहे हैं. एर्दोगन सरकार के खिलाफ इतने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन पिछले एक दशक से अधिक समय में नहीं देखे गए.
विरोध प्रदर्शनों की व्यापकता को देखकर समझा जा सकता है कि इमामोग्लू तुर्की में कितने लोकप्रय हैं. रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (CHP) के नेता एकरेम इमामोग्लू को एर्दोगन बड़ी चुनौती के रूप में देखते हैं. उन्होंने पिछले साल इस्तांबुल मेयर चुनाव में एर्दोगन के उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की थी. इस्तांबुल के मेयर के रूप में इमामोग्लू लोगों के बीच और लोकप्रिय हुए हैं और अब पार्टी उन्हें राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाना चाहती थी.
23 मार्च को पार्टी की बैठक होने वाली थी जहां एकरेम को आधिकारिक रूप से एर्दोगन के खिलाफ पार्टी का राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किया जाना था. लेकिन इससे पहले ही भ्रष्टाचार और आतंकवाद के आरोपों में उन्हें जेल में डाल दिया गया है.
इसी बीच सोमवार को पार्टी के एक प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया है कि सीएचपी ने 2028 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में इमामोग्लू को नामित कर दिया है.
दो दशक से अधिक समय से सत्ता पर काबिज एर्दोगन

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