इच्छा मृत्यु पर कानून: लोकसभा में सरकार का जवाब- अभी तक नहीं मिली एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिश
AajTak
सरकार ने लोकसभा में जवाब में दिया कि पैसिव यूथेनेसिया पर कानून पर चर्चा के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत गठित एक्सपर्ट कमेटी ने अभी तक अपनी सिफारिश पेश नहीं की है. सिफारिश मिलने के बाद पैसिव यूथेनेसिया पर कानून को लेकर कोई कदम बढ़ाया जाएगा.
पैसिव यूथेनेसिया (निष्क्रिय इच्छा मृत्यु) के मसले पर पूछे गए सवाल पर केंद्र सरकार ने गुरुवार को लोकसभा में जवाब दिया. केंद्र द्वारा दिए गए जवाब में कहा गया कि पैसिव यूथेनेसिया पर कानून पर चर्चा के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत गठित एक्सपर्ट कमेटी ने अभी तक अपनी सिफारिश पेश नहीं की है. सिफारिश मिलने के बाद पैसिव यूथेनेसिया पर कानून को लेकर कोई कदम बढ़ाया जाएगा. आपको बता दें कि पैसिव यूथेनेसिया यानी कि निष्क्रिय इच्छा मृत्यु किसी गंभीर मरीज को दिए जा रहे इलाज में धीरे-धीरे कमी करके दी जाती है. जबकि एक्टिव यूथेनेशिया में ऐसा प्रबंध किया जाता है, जिससे मरीज की सीधे मृत्यु हो जाए.डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
हिंदू संगठन 'बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोते' एक बयान में कहा कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या में कोई सनातनी शामिल नहीं है. एक समूह सुनियोजित हत्या को अंजाम देकर सनातनियों पर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है. हिंदू संगठन ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल बिना शर्त रिहाई और चिटगांव हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है.
महाराष्ट्र में नए सरकार के गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है. एकनाथ शिंदे ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. राजभवन जाकर उन्होंने इस्तीफा सौंपा. शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर उनको अपना इस्तीफा सौंपा. इस दौरान डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे. लेकिन अभी तक नए मुख्यमंत्री को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो सकी है.