इंजेक्शन के बाद ब्लैक फंगस के इलाज में ओरल टैबलेट, दवाई के लिए देने होंगे इतने रुपये
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इस बीच मरीजों के लिए एक राहत की खबर सामने आई है. कहा जा रहा है कि बहुत जल्द मार्केट में ब्लैक फंगस के इलाज में ओरल टैबलेट आ सकती है.
देश में कोरोना के मामले कम होने लगे हैं. दूसरी लहर पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है. लेकिन इस एक संकट के जाने के बाद दूसरा संकट सभी को चिंता में डाल रहा है. कोरोना के बाद अब ब्लैक फंगस का खौफ बढ़ता जा रहा है. मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लोगों की मौतें भी होने लगी हैं. ऐसे में इसे भी एक महामारी के रूप में देखा जा रहा है. केंद्र और राज्य लगातार अपने स्तर पर इस बीमारी से लड़ने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ब्लैक फंगस का जोरदार अटैक जारी है. ब्लैक फंगस के इलाज में ओरल टैबलेटमहाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.