अलीगढ़: जहरीली शराब कांड केस में फरार आरोपियों पर 50-50 हजार का इनाम
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उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में शराब केस में पुलिस ने आरोपियों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया है. यह इनाम डीआईजी रेंज अलीगढ़ ने आरोपी ऋषि शर्मा और विपिन यादव के खिलाफ घोषित किया गया है. जो इन्हें पकड़वाएगा, उसे इनाम दिया जाएगा.
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से 17 लोग जान गंवा चुके हैं, वहीं 12 अब भी अस्पताल में भर्ती हैं. डीआईजी रेंज अलीगढ़ दीपक कुमार ने आरोपी ऋषि शर्मा और विपिन यादव पर 50-50 हजार का इनाम रखा है. इनकी सूचना देने वाले शख्स को पुलिस की ओर से इनाम दिया जाएगा. अलीगढ़ में हुई दुखद घटना के बाद #ADGZoneAgra @Rajeevkrishna69 ने तत्काल अभी तक की पुलिस कार्यवाही की समीक्षा की तथा निर्देश दिये और उपचाराधीन लोगों का अस्पताल जाकर हालचाल लिया। मुख्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए 50000 रुपये का इनाम घोषित किया l@CMOfficeUP@homeupgov@Uppolice pic.twitter.com/ZnG5ryTiPH जहरीली शराब पीने से मरने वालों में कई गांव के लोग शामिल हैं. अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक लोधा इलाके के करसुआ, निमाना, अंडला और हेवतपुर गांव के ग्रामीणों की मौत शराब पीने से हुई है. कुछ लोग अब भी गंभीर रूप से बीमार हैं, जिनका इलाज अस्पताल में जारी है.महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.