अमेरिकी समकक्ष ब्लिंकन से मिले एस जयशंकर, कोरोना समेत कई मसलों पर चर्चा
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ब्लिंकन ने कहा कि भारत और अमेरिका के आपसी संबंध काफी मजबूत और महत्वपूर्ण हैं. यह समय के साथ और मजबूत हो रहे हैं. मुझे काफी खुशी हो रही है कि भारत के विदेश मंत्री अमेरिका आए हैं.
अमेरिका दौरे पर गए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की. इस दौरान विश्व के दो मजबूत राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने कई अहम मसले पर बातचीत की. US: EAM S Jaishankar meets Secretary of State Antony Blinken. "US & India are working together on so many of most important challenges of our time -- one that are having profound impact on our citizens. We're united in confronting COVID-19 together," Blinken says pic.twitter.com/m0WVFzizCl ब्लिंकन ने कहा कि भारत और अमेरिका के आपसी संबंध काफी मजबूत और महत्वपूर्ण हैं. यह समय के साथ और मजबूत हो रहे हैं. मुझे काफी खुशी हो रही है कि भारत के विदेश मंत्री अमेरिका आए हैं. हमारे पास बातचीत के लिए काफी कुछ है. मुकालात के दौरान जयशंकर और ब्लिंकन ने कई व्यापक मुद्दों पर चर्चा की. इनमें कोरोना राहत, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग, पर्यावरण की चुनौतियां, यूएन सिक्योरिटी काउंसिल जैसे मसलों पर चर्चा हुई.महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.