
अमेरिका: शॉपिंग सेंटर में भारतीय मूल के शख्स और उसकी बेटी की गोली मारकर हत्या
AajTak
एकोमैक काउंटी शेरिफ ऑफिस के अधिकारी डब्ल्यू टॉड वेसेल्स के अनुसार, वर्जीनिया के शॉपिंग सेंटर में हुई गोलीबारी के सिलसिले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान ओनानकॉक निवासी 44 वर्षीय जॉर्ज फ्रेजियर डेवोन व्हार्टन के रूप में हुई है और उसे वर्तमान में बिना बांड के एकोमैक जेल में रखा गया है.
अमेरिका के वर्जीनिया में एक शॉपिंग सेंटर के अंदर एक 56 वर्षीय भारतीय मूल के व्यक्ति और उसकी 24 वर्षीय बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने गोलीबारी के सिलसिले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. जब गोलीबारी की घटना हुई तब प्रदीप कुमार पटेल और उनकी बेटी एकोमैक काउंटी में लैंकफोर्ड हाईवे पर स्थित स्टोर में काम कर रहे थे. एकोमैक काउंटी वर्जीनिया के पूर्वी तट पर स्थित है.
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एकोमैक काउंटी शेरिफ ऑफिस ने कहा कि 20 मार्च को सुबह 5:30 बजे के बाद गोलीबारी की घटना की सूचना मिली थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए डिप्टी को घटनास्थल पर भेजा गया था. इसमें कहा गया है कि जब वे पहुंचे, तो प्रतिनिधियों ने एक गैर-जिम्मेदार व्यक्ति को बंदूक की गोली के घावों से पीड़ित पाया.
यह भी पढ़ें: अमेरिका में भारतीय मूल की महिला बेटे को ले गई डिज्नीलैंड, फिर वहीं गला घोंट दिया
शेरिफ ऑफिस के बयान में कहा गया है कि जब पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, तो एक व्यक्ति को शॉपिंग सेंटर में फर्श पर पड़ा पाया गया, उसके शरीर पर गोली के घावों के निशान थे और उसकी मृत्यु हो चुकी थी. शॉपिंग सेंटर की तलाशी के दौरान, पुलिसकर्मियों को गोली से घायल एक महिला भी मिली. व्यक्ति को घटना स्थल पर मृत घोषित कर दिया गया. वहीं महिला को सेंटारा नॉरफॉक जनरल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया.
गोलीबारी की घटना में एक संदिग्ध गिरफ्तार
एकोमैक काउंटी शेरिफ ऑफिस के अधिकारी डब्ल्यू टॉड वेसेल्स के अनुसार, वर्जीनिया के शॉपिंग सेंटर में हुई गोलीबारी के सिलसिले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान ओनानकॉक निवासी 44 वर्षीय जॉर्ज फ्रेजियर डेवोन व्हार्टन के रूप में हुई है और उसे वर्तमान में बिना बांड के एकोमैक जेल में रखा गया है. उसे मर्डर, अटेम्प्ट टू मर्डर प्रयास, अवैध बंदूक रखने और अपराध में घातक हथियार के उपयोग की धाराओं में आरोपी बनाया गया है.

बांग्लादेश की राजनीति में अभी लगातार ट्विस्ट चल रहा है. बांग्लादेश के आर्मी चीफ जनरल वकर-उज़-ज़मान की छात्र नेताओं से गुप्त मुलाकात और फिर एक छात्र नेता अब्दुल्लाह हसनत की ओर से इस हाई प्रोफाइल मीटिंग को सार्वजनिक किए जाने पर छात्र नेताओं में ही दरार पैदा हो गया है. इस बीच ढाका में सेना का मार्च जारी है. बांग्लादेश में इस बात की जोर-शोर से चर्चा है कि शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के 'रिफाइंड वर्जन' की राजनीति में वापसी हो सकती है.

कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल के मद्देनजर 28 अप्रैल को स्नैप चुनाव कराने की घोषणा की है। यह निर्णय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'अनुचित' टैरिफ के जवाब के तहत लिया गया है। कार्नी की यह रणनीति उनकी हाल ही में मिली लोकप्रियता के चलते है, जिससे वह देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने का प्रयास कर रहे हैं।

बेंजामिन नेतन्याहू की इजरायली सेना की तरफ से हमास को खत्म करने के उद्देश्य से शुरू की गई जंग जारी है. हालांकि इस जंग में हमास का खात्मा नहीं हो पाया, लेकिन फिलिस्तीन में हजारों मासूमों की जान चली गई. संघर्ष में इजरायली मौतों के मुकाबले फिलिस्तीनी मौतों की संख्या कहीं ज्यादा है, जिससे गाजा में मानवता पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं.