अफजल गुरू के जेलर रहे सुनील गुप्ता ने सुनाए तिहाड़ के किस्से, 'ब्लैक वारंट' सीरीज में दिखेगी कहानी
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तिहाड़ जेल के सुपरिटेंडेंट और जेलर रह चुके सुनील गुप्ता पर नेटफ्लिक्स बहुत जल्द एक वेब सीरीज लेकर आने वाला है जिसका नाम है ब्लैक वारंट. सुनील गुप्ता ने दलल्लनटॉप के साथ अपने तिहाड़ जेल के अनुभव के बारे में खुलकर बात की थी. उन्होंने अपनी बातचीत में आतंकवादी अफजल गुरु की फांसी का भी जिक्र किया.
दिल्ली के तिहाड़ जेल के बारे में तो आपने सुना ही होगा. जेल के माहौल के बारे में भी कई किस्से-कहानियां सुनी होंगी जिन्होंने हमें चौंकाया होगा. अब, रियल लाइफ तिहाड़ जेल की कहानी बहुत जल्द एक वेब सीरीज के रूप में दिखेगी. नेटफ्लिक्स पर बहुत जल्द तिहाड़ जेल से जुड़ी सच्ची घटना पर आधारित वेब सीरीज रिलीज होने वाली है जिसका नाम 'ब्लैक वारंट' है.
हाल ही में इसका एक ट्रेलर भी रिलीज किया गया है. कपूर परिवार की चौथी पीढ़ी से जहान कपूर इस शो में लीड रोल प्ले करने जा रहे हैं. जहान, शशि कपूर के पोते हैं. फिल्ममेकर विक्रमादित्य मोटवानी की ये वेब सीरीज, तिहाड़ जेल के पूर्व जेलर सुनील कुमार गुप्ता की तिहाड़ जेल में गुजरी लाइफ और कहानियों पर आधारित है.
सुनील गुप्ता ने कुछ समय पहले 'द लल्लनटॉप' से बातचीत में अपने तिहाड़ जेल के दिनों के बारे में बात की. उन्होंने इस बीच आतंकवादी अफजल गुरु की फांसी से लेकर, सपा नेता मुलायम सिंह यादव के जेल में आने के बारे में खुलकर किस्से साझा किए. उन्होंने तिहाड़ जेल में क्या-क्या हुआ करता है, और किन-किन प्रकार के आरोपी जेल में आते हैं उसके बारे में भी बताया.
कौन है सुनील गुप्ता? जेलर बनने से पहले, क्या किया करते थे?
सुनील गुप्ता ने तिहाड़ जेल में करीब 25 साल तक बतौर जेलर और लीगल ऑफिसर काम किया है. उनके समय में कई बड़े-बड़े गैंगस्टर्स और हत्यारे जेल में हुआ करते थे. उन्होंने बताया कि वो जेलर की नौकरी से पहले एक साल रेलवे में भी काम कर चुके हैं. वो वहां 1980-81 तक कार्यरत थे. वो बताते हैं कि रेलवे में लोगों का ट्रांसफर कहीं भी हो जाता है, और वो दिल्ली में ही रहना चाहते थे इसलिए उन्होंने ये नौकरी छोड़ दी.
उस समय उन्होंने तिहाड़ में नौकरी के लिए एक कॉम्पिटिशन में भाग लिया था जिसे वो पास कर गए थे. तब तिहाड़ जेल में सहायक अधीक्षक की नौकरी निकली थी और उन्हें पुलिस की वर्दी पहनने का शौक था जिसके कारण उन्होंने तिहाड़ जेल में नौकरी करना ठीक समझा.
फिल्म की कहानी 1975 में भारत में लगे आपातकाल के समय पर आधारित है. 'इमरजेंसी' में इंदिरा गांधी का किरदार कंगना रनौत निभा रही हैं. कंगना इस बात से खुश हैं कि उनकी फिल्म आखिरकार सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है. हालांकि वो पूरी तरह संतुष्ट नहीं है क्योंकि उनके मुताबिक, 'इमरजेंसी' का फुल वर्जन ऑडियंस तक नहीं पहुंचेगा.