Success Story: फेल्योर से सीखा सबक, प्रीलिम्स में फेल होकर दूसरे अटेम्प्ट में बनीं सेकेंड टॉपर
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UPPSC 2021 Topper: अपने पहले अटेम्प्ट में सौम्या प्रीलिम्स क्लियर नहीं कर सकी थीं. इसके बाद उन्होंने नये सिरे से तैयारी करना शुरू किया और अपनी पहली गल्तियों से सबक लेते हुए प्रिपरेशन की. इसका नतीजा ये रहा कि उन्होंने न सिर्फ परीक्षा क्लियर की, बल्कि प्रदेश में दूसरी रैंक भी हासिल की.
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 678 पदों के लिए आयोजित हुई परीक्षा में 627 परीक्षार्थी सफल हुए हैं. यूपीपीसीएस 2021 परीक्षा में उन्नाव जनपद के पुरवा विधानसभा के असोहा ब्लॉक, अजयपुर गांव की बेटी ने दूसरा स्थान हासिल किया है. यूपी पीसीएस परीक्षा 2021 के फाइनल रिजल्ट में सौम्या मिश्रा ने पूरे प्रदेश में दूसरा स्थान पाया है.
अपने पहले अटेम्प्ट में असफल रहीं सौम्या ने दूसरे अटेम्प्ट में कामयाबी पाई है. उनके सिविल सेवा में चयनित होने पर लोग उनके गांव स्थित घर पर आकर उन्हें बधाई दे रहे हैं. परिजन बेटी की इस सफलता पर बेहद खुश हैं. वहीं जनपद में भी सौम्या की सफलता की हर ओर चर्चा है. वह पहले अटेम्प्ट में प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाई थीं, मगर उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरे अटेम्प्ट में जी तोड़ मेहनत की. उनके अथक परिश्रम का ही नतीजा है कि वह सिर्फ पास नहीं हुईं, बल्कि उन्हें प्रदेश में दूसरा स्थान मिला है. सौम्या के पिता राघवेंद्र मिश्रा गवर्मेंट ब्वॉज सीनियर सेकेंडरी स्कूल दिल्ली में लेक्चरर हैं. सौम्या के एक भाई और एक बहन है. माता रेणु मिश्रा हाउस वाइफ हैं. पिता की नौकरी दिल्ली में होने के कारण पूरा परिवार दिल्ली में रहता है.
सौम्या की ज्यादातर पढ़ाई दिल्ली में ही पूरी हुई है. उन्होंने दिल्ली में राजकीय प्रतिभा विद्यालय यमुना बिहार में 12वीं तक की पढ़ाई की है. इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज से जियोग्राफी से ग्रेजुएशन किया. दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में जियोग्राफी से MA किया और उसमें गोल्ड मेडलिस्ट रहीं. हालांकि उन्नाव में परिवार के अन्य लोग रहते है और गांव आना जाना लगा रहता है. वह यूपीएससी 2020 के अटेम्प्ट में असफल रहीं लेकिन उन्होंने हिम्मत न हारते हुए इस बड़ी उपलब्धि को हासिल किया.
महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.