![Sri Lanka Default: नहीं चुका पाया विदेशी कर्ज, इतिहास में पहली बार डिफॉल्टर बना श्रीलंका!](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202205/gotabaya_0-sixteen_nine_0.jpg)
Sri Lanka Default: नहीं चुका पाया विदेशी कर्ज, इतिहास में पहली बार डिफॉल्टर बना श्रीलंका!
AajTak
श्रीलंका अपना कर्ज नहीं चुका पाया है जिस कारण अब वो दिवालिया हो चुका है. दिवालिया होने की स्थिति में श्रीलंका की हालत और खराब होगी क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में उसे कर्ज मिलने में और मुश्किलें होंगी. देश की प्रतिष्ठा को भी दिवालिया होने के कारण काफी नुकसान पहुंचेगा.
भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका अपने इतिहास में पहली बार दिवालिया हो गया है. पिछले 70 से अधिक वर्षों के सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा ये देश अपना कर्ज नहीं चुका पाया है. श्रीलंका को 7 करोड़ 80 लाख डॉलर का कर्ज चुकाने के लिए 30 दिनों की छूट अवधि दी गई थी. बुधवार को ये अवधि भी समाप्त हो गई और श्रीलंका अपना कर्ज नहीं चुका पाया.
वहीं, श्रीलंका के केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने कहा है उनका देश आर्थिक संकट टालने के लिए कर्ज नहीं चुका रहा है यानी ये प्रिएम्टिव डिफॉल्ट है.
किसी देश को दिवालिया तब घोषित किया जाता है जब वहां की सरकार दूसरे देशों या अंतरराष्ट्रीय संगठनों से लिया गया उधार या उसकी किस्त समय पर नहीं चुका पाती. ये स्थिति किसी भी देश की प्रतिष्ठा को बड़ा नुकसान पहुंचाती है. किसी देश के दिवालिया होने पर अंतरराष्ट्रीय बाजार से पैसा लेना बेहद मुश्किल हो जाता है. इससे देश की मुद्रा और उसकी अर्थव्यवस्था की छवि को काफी नुकसान होता है.
बीबीसी वर्ल्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब श्रीलंका के केंद्रीय बैंक के गवर्नर पी नंदलाल वीरसिंघे से पूछा गया कि क्या उनका देश दिवालिया हो चुका है तो उनका जवाब था, 'हमारी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है. हमने पहले ही कहा था कि जब तक कर्ज को रिस्ट्रक्चर नहीं किया जाता, हम किसी देश को भुगतान नहीं कर पाएंगे. तो आप इसे प्रीएम्प्टिव डिफॉल्ट कह सकते हैं.'
उन्होंने आगे कहा, 'दिवालिया होने की तकनीकी परिभाषाएं हो सकती हैं ... लोग इसे श्रीलंका की दिवालिया स्थिति मान सकते हैं लेकिन हमारी स्थिति बहुत स्पष्ट है. जब तक कर्ज को रिस्ट्रक्चर नहीं किया जाता, हम भुगतान नहीं कर पाएंगे.'
कैसे हुई श्रीलंका की ये हालत?
![](/newspic/picid-1269750-20250206024625.jpg)
बांग्लादेश में आवामी लीग के प्रदर्शन से एक दिन पहले हिंसक झड़पें हुईं. ढाका के धनमंडी इलाके में बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के घर पर हमला किया गया. प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की और घर को आग के हवाले करने का प्रयास किया. बुलडोजर से भी हमला किया गया. इस बीच हजारों आवामी लीग समर्थकों और नेताओं को गिरफ्तार किया गया. VIDEO
![](/newspic/picid-1269750-20250206003238.jpg)
इस हमले के बाद शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने बयान जारी कर देश के अंतरिम युनूस सरकार पर निशाना साधा और राज्य मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. अवामी लीग ने बयान में कहा, जब से अवैध, असंवैधानिक और फासीवादी यूनुस सरकार ने राज्य की सत्ता पर कब्ज़ा किया है, तब से उसने अपने लाभ के लिए राज्य मशीनरी पर कब्जा कर लिया है.
![](/newspic/picid-1269750-20250205124418.jpg)
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका के दौरे पर हैं. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन रिपोर्ट् का खंडन किया है जिनमें कहा जा रहा है कि अमेरिका 'ईरान के टुकड़े-टुकड़े करने के लिए' इजरायल के साथ मिलकर काम कर रहा है. दावों को खारिज करते हुए ट्रंप ने कहा कि ऐसी अटकलें 'बहुत बढ़ा-चढ़ाकर पेश की गई' हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250205121857.jpg)
कहा जाता है कि मिलर का व्हाइट हाउस में बड़ा रुतबा है. वह अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और नीतिगत मामलों के डिप्टी डायरेक्टर हैं. ट्रंप ने जब कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए थे तब वहां मिलर भी मौजूद थे. बता दें कि इस आदेश में ट्रंप ने जन्मसिद्ध नागरिकता को खत्म करने और मैक्सिको सीमा पर सख्ती करने समेत कई फैसले लिए थे.