Smriti Irani ने बनाया आचार, शेयर की रेसिपी, बोलीं- सब्र का फल...खट्टा!
AajTak
स्टोरी अपडेट की सीरीज पोस्ट करते हुए स्मृति ने दिखाया कि उन्होंने कैसे पहले आम का आचार बनाया, फिर मिक्स आचार भी बनाया, जिसमें गाजर, गोभी, शलगम जैसी सब्जियों का यूज किया. स्मृति ने बड़े ही मजेदार तरीके से इन स्टोरी पोस्ट को शेयर किया.
टेलीविजन एक्ट्रेस स्मृति ईरानी भले ही अब पॉलिटिक्स में ज्यादा एक्टिव हैं. लेकिन अब भी उनकी फैन फॉलोइंग में कोई कमी नहीं आई है. स्मृति ईरानी आज भी अपने सोशल मीडिया हैंडल्स के जरिए फैंस से कनेक्टेड रहती हैं. इंटरनेट पर अपने ओपीनियन से लेकर अपने फोटोज और कई टिप्स भी शेयर करती हैं. आजकल स्मृति आचार बना रही हैं. यही नहीं बनाने के साथ-साथ रेसिपी भी शेयर कर रही हैं.
स्मृति ने बनाया आम का आचार सर्दियों का मौसम है, ऐसे में हर किसी को धूप अच्छी लगती है. वहीं कुछ चटपटा खाने का भी मन करता है. जब बात आए चटपटा खाने की तो भला घर के बने आचार को कैसे भूला जा सकता है. आचार ही तो एक ऐसी चीज है, जिसे किसी भी खाने के साथ खाया जा सकता है. तो आपकी चहेती एक्ट्रेस स्मृति ईरानी ने भी अपने बिजी शेड्यूल से समय निकाला और बना डाले टेस्टी आचार. इतना ही नहीं स्मृति ने आचार बनाने के साथ-साथ उसकी खास रेसिपी भी अपने फैंस के साथ शेयर की.
स्टोरी अपडेट की सीरीज पोस्ट करते हुए स्मृति ने दिखाया कि उन्होंने कैसे पहले आम का आचार बनाया, फिर मिक्स आचार भी बनाया, जिसमें गाजर, गोभी, शलगम जैसी सब्जियों का यूज किया. स्मृति ने बड़े ही मजेदार तरीके से इन स्टोरी पोस्ट को शेयर किया. स्मृति ने पहले एक स्लाइड पर लिखा- ''वो-क्या कर रही हो? मैं- आचार डाल रही हूं. वो- सच में?'' इसके बाद उन्होंने अगली स्लाइड्स में एक-एक कर के पूरी रेसिपी शेयर की.
स्मृति का दिलचस्प अंदाज
आम का आचार बनाने के बाद स्मृति ने अगली तीन स्लाइड्स में मिक्स आचार की रेसिपी बताई. स्मृति ने यहां भी मजेदार तरीके से अपनी बात कही. इस आचार को बनाने के बाद स्मृति ने एक संदेश भी दिया. पॉलिटिशियन-एक्ट्रेस ने लिखा- लेकिन बड़े-बूढ़े कहत रहे, सब्र का फल मीठा होता है...या खट्टा. डिपेंड करता है आप किस आचार का चुनाव कर रहे हैं.
आखिरी स्लाइड में स्मृति ने कार्यक्रम खत्म की घोषणा भी की और लिखा- इसी के साथ आज का आचार कार्यक्रम समाप्त होता है. धन्यवाद. स्मृति ईरानी ने तो आचार बना लिया. उनकी ये टेस्टी रेसिपी देखकर आप कब मन बना रहे हैं.