Smog in Delhi-NCR: आपके किन अंगों पर कैसे अटैक कर रहा वायु प्रदूषण, एक्सपर्ट्स से समझिए
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पहले से अस्थमा या अन्य श्वसन रोगों से जूझ रही मांओं में गर्भकाल के दौरान ब्रोंकाइटिस से न सिर्फ उन्हें बल्कि गर्भस्थ शिशु को भी नुकसान पहुंच रहा है. ऑक्सीजन स्तर होने से क्रोनिक हाइपोक्सिया की स्थिति में गर्भस्थ शिशु की मेंटल हेल्थ बिगड़ जाती है. एक्यूआई बढ़ने पर मांओं को सुबह जल्दी उठकर टहलने से बचना चाहिए.
प्रदूषण के खतरों के बारे में हम रोज सुनते हैं. प्रदूषण का स्तर खतरनाक होने पर ये धीरे-धीरे हमारे नाक, कान के रास्ते पूरे जिस्म में घुसकर खून तक पहुंच जाता है. एक स्वस्थ व्यक्ति को भी प्रदूषण का स्तर यानी एक्यूआई (एअर क्वालिटी इंडेक्स) बढ़ने पर बीमार करने लगता है. वहीं फेफड़े, हृदय रोगों या सांस रोगियों के लिए तो ये काल ही बन जाता है. दुनिया भर में हुई स्टडी बताती हैं कि कैसे तमाम बीमारियों से मरने वालों लोगों के आंकड़ों में प्रदूषण भी एक कारक बना है. यहां हम विस्तार से प्रदूषकों के शरीर पर प्रभाव से लेकर विशेषज्ञों की राय दे रहे हैं.
सस्पेंडेट पार्टिकुलेट मैटरः सामान्य व्यक्ति के एक बाल की मोटाई 50 से 70 माइक्रॉन्स होती है. वहीं हवा में घुले पार्टिकुलेट मैटर यानी PM 10 और उससे भी सूक्ष्म PM 2.5 क्रमशः 10 और ढाई माइक्रॉन्स के होते हैं. ये धूल, धुआं और धातु के मिश्रित कण ही हवा को जहरीला बनाते हैं. हवा में घुले इन प्रदूषकों और उनके शरीर पर हानिकारक प्रभावों के बारे में नीचे पढ़िए.
क्या है PM 2.5, कैसे करता है नुकसान
पीएम 2.5 इतने सूक्ष्म होते हैं कि आसानी से सांस के जरिये हमारे शरीर में पहुंचकर खून में घुल सकते हैं. हवा में पीएम 10 की सेफ लिमिट 100 माइक्रोग्राम्स प्रति घन मीटर और PM 2.5 की 60 माइक्रोग्राम्स मानी जाती है. प्रदूषित हवा में इनकी मौजूदगी का सही-सही पता लगाना पूरी दुनिया में एक चुनौती बना हुआ है. हवा में इनकी मात्रा इससे ज्यादा बढ़ते ही ये श्वसन तंत्र के लिए समस्या पैदा करने लगते हैं.
हेल्थ पर असरः आंखों में खुजली और जलन, नाक में सूखापन और खुजली, गले में खराश, खांसी, दमा या सांस के अन्य रोगियों को सांस लेने में दिक्कत, अस्थमा, क्रोनिक ब्रोन्काइटिस, फेफड़े के ऊतकों को नुकसान. किडनी के डैमेज होने का खतरा, लिवर के टिश्यू को नुकसान, कार्डियोवस्कुलर डिजीज के अलावा हेवी मेटल प्वाइजनिंग और कैंसर का भी खतरा.
नाइट्रोजन ऑक्साइडः
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