
Rangbaaz Darr ki Rajneeti Review: बाहुबली के रोल में उम्दा लगे विनीत कुमार सिंह, दमदार है गैंगस्टर ड्रामा शो
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90s के दौर में बिहार की पॉलिटिक्स का एक बड़ा खिलाड़ी कैसे उभरा, उसकी कहानी है 'रंगबाज डर की राजनीति'. पिछले दो सीजन में जनता को इम्प्रेस कर चुका ये शो इस बार एक ऐसी कहानी लेकर आया है जिसमें गैंगस्टर खुद राजनीति का हिस्सा है. उसका नाम और उसका काम दोनों के बारे में कोई खुलकर बात नहीं करना चाहता, मगर क्या उसकी ये सत्ता इसी तरह बेरोक टोक चलेगी?
90s के दशक की राजनीति और गैंगस्टर दो ऐसे टॉपिक हैं जिनपर लोग आज भी पूरे चस्के के साथ गप्पबाजी कर लेते हैं. दोनों के बीच की लकीर न जाने कितने नामों पर आकर लगभग मिट जाती है. इन्हें जनता ने 'बाहुबली' कहा. पॉलिटिक्स के गेम में बड़े खिलाड़ी रहे इन बाहुबलियों की कहानियां लोग किसी एपिक की तरह सुनते-सुनाते हैं.
Zee5 के शो 'रंगबाज' का पहला सीजन 2018 में आया था. साकिब सलीम स्टारर शो ने धीरे-धीरे अपनी एक अलग पहचान बना ली और शो का गोल ये दिखाना हुआ कि कैसे एक आम व्यक्ति गैंगस्टर बनता है. जिमी शेरगिल के साथ 2019 में शो का दूसरा सीजन आया, जिसमें एक अलग गैंगस्टर की कहानी दिखाई गई.
अब रंगबाज का तीसरा सीजन आया है जिसका नाम है 'डर की राजनीति'. 'मुक्काबाज' फेम विनीत कुमार सिंह लीड रोल में हैं. 6 एपिसोड की ये सीरीज जैसे ही आप शुरू करेंगे उसमें दो एकदम उलट डिस्क्लेमर आते हैं. पहला कहता है कि ये कहानी एक फिक्शन है. लेकिन दूसरा कहता है 'रियल घटनाओं से प्रेरित'. शो देखने पर समझ आता है कि कहानी रियल के बहुत करीब भी है, मगर कहानी कहने में फिक्शन का सहारा भी लिया गया है.
बिहार की राजनीति में रत्ती भर इंटरेस्ट लेने वाले लोग भी शो की कहानी से पता लगा लेंगे कि कौन सा किरदार किस रियल इंसान से मेल खाता है. शो की रिलीज से पहले रंगबाज 3 के मेकर्स और लीड एक्टर विनीत कुमार सिंह ने कई जगह कहा कि शो बिहार के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की कहानी पर नहीं है. मगर ऐसा है या नहीं ये जानने के लिए आपको शो देखना होगा.
कहानी
शो शुरू होता है एक कपल से जो आत्महत्या करने के लिए रेल की पटरी पर बैठा है. मगर कोई है जो उन्हें बचा लेता है और उनकी शादी करवा देता है. यहां एंट्री होती है कहानी के हीरो हारून शाह अली बेग की जिसे सब 'साहब' कहकर ही बुलाते हैं. 1989 से शुरू होकर 2010 तक फ्लैशबैक में जाती और वापस लौटती टाइमलाइन में आपको 'साहब' के बचपन से जवानी तक और फिर गैंगस्टर बनने की कहानी दिखाई जाती है.

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