Kasganj Assembly Seat: 3 विधानसभा सीटों का जातिगत समीकरण, 2022 में किस करवट बैठेगा ऊंट?
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Kasganj Assembly Seat: कासगंज विधानसभा क्षेत्र जनसंघ+बीजेपी का प्रमुख गढ़ बन गया, जहां सर्वाधिक 6 बार बीजेपी विधायक नेतराम सिंह वर्मा रहे. उसके बाद इस क्षेत्र के पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक मानपाल सिंह जनता के चहेते रहे. इन्होंने कांग्रेस, सपा में रहकर अपना परचम लहराया.
Kasganj Assembly Seat: काली नदी और भगीरथी गंगा के बीचों-बीच बसा जनपद कासगंज पहले एटा जिले का मुख्य भाग था. समाजवादी पार्टी के शासन में साल 2008 में कासगंज को नया जनपद बनाया गया और फिर इस जनपद क्षेत्र के हिस्से में तीन विधानसभा क्षेत्र शामिल किए गए, जिसमें कासगंज, अमांपुर और पटियाली विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. अमांपुर विधानसभा क्षेत्र पहले सोरों विधानसभा क्षेत्र में शामिल था, लेकिन बीते कुछ वर्षों पहले परिसीमन में सोरों विधानसभा क्षेत्र को समाप्त कर अमांपुर विधानसभा सृजित की गई और सोरों को कासगंज विधानसभा में शामिल कर दिया गया.
दिल्ली दंगों के आरोपी शाहरुख पठान के परिवार से AIMIM के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. AIMIM दिल्ली अध्यक्ष शोएब जमाल ने संकेत दिया कि यदि परिवार और स्थानीय लोग चाहें तो पार्टी शाहरुख को चुनाव लड़वाने को तैयार है. इससे पहले AIMIM ने दंगों के एक अन्य आरोपी ताहिर हुसैन को टिकट दिया था. BJP ने इस पर कहा कि दिल्ली की जनता दंगाइयों को बर्दाश्त नहीं करेगी.
हल्ला बोल के इस खास संस्करण में चर्चा बिहार में 2025 का किंग कौन होगा पर है. लोकसभा चुनाओं में मोदी सरकार की हैट्रिक लगाने के बाद NDA बनाम इंडिया गठबंधन की जो लड़ाई है वो अभी टू-टू पर ड्रॉ है. क्योंकि दो राज्य इंडिया ने जीते दो राज्य इंडिया गठबंधन ने जीते हैं. अब नए साल यानी 2025 में पहले दिल्ली में विधानसभा चुनाव होना है और उसके बाद बिहार में विधानसभा चुनाव की बिसाद बिचने लगेगी. देखें वीडियो.
कजाकिस्तान में अजरबैजान एयरलाइंस का विमान पक्षी की टक्कर के बाद क्रैश हो गया, जिसमें 42 लोग मारे गए. विमान ने करीब एक घंटे तक लैंडिंग की कोशिश की लेकिन पायलट इसमें विफल रहे. इस बीच जीपीएस में गड़बड़ी की बात भी सामने आ रही है, लेकिन अभी स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है. खासकर ग्रोज्नी के पास जीपीएस जैमिंग का संदेह है.