IMD Rainfall Alert: लखनऊ से गया तक बरसेंगे बादल, जानें बिहार और उत्तर प्रदेश के मौसम का हाल
AajTak
मौसम विभाग की मानें तो आज बिहार से उत्तर प्रदेश तक बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं. गरज के साथ बारिश की ये गतिविधियां रविवार को भी जारी रह सकती हैं. आइए जानते हैं मौसम विभाग ने क्या दी जानकारी.
मार्च की शुरुआत बारिश और ठंडी हवाओं के साथ हुई है. आज यानी 02 मार्च को नई दिल्ली समेत कई मैदानी इलाकों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिली हैं. उत्तर प्रदेश और बिहार के तमाम इलाकों में आज बारिश हो रही है. मौसम विभाग की मानें तो आनेवाले एक या दो दिन तक यूपी और बिहार के अलग-अलग इलाकों में बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती हैं. मौसम विभाग ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक, मार्च के पहले हफ्ते में पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बारिश होगी. आइए जानते हैं बिहार और यूपी के मौसम पर आईएमडी ने क्या दी जानकारी.
लखनऊ के मौसम का हाल मौसम विभाग की मानें तो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज यानी 02 मार्च को न्यूनतम तापमान 16 डिग्री और अधिकतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. वहीं, लखनऊ में आज गरज के साथ बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी. वहीं, 03 मार्च यानी रविवार को भी लखनऊ में गरज के साथ बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी. अगर तापमान की बात करें तो न्यूनतम तापमान 15 और अधिकतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया जा सकता है.
बरेली के मौसम का हाल उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में आज न्यूनतम तापमान 15 डिग्री और अधिकतम तापमान 23 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. इसी के साथ, बरेली में भी आज बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं. रविवार को बरेली में न्यूनतम तापमान 13 डिग्री और अधिकतम तापमान 24 डिग्री दर्ज किया जा सकता है.इसी के साथ, बरेली में भी रविवार बारिश की गतिविधियां देखवे को मिलेंगी.
कानपुर के मौसम का हाल कानपुर में आज न्यूनतम तापमान 17 डिग्री और अधिकतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. कानपुर में आज बादलों का डेरा रहेगा. इसी के साथ, शाम के वक्त बारिश हो सकती है. वहीं, कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है. रविवार की बात करें तो यहां न्यूनतम तापमान 14 डिग्री और अधिकतम तापमान 26 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. कानपुर में रविवार को बादलों का डेरा रहेगा. इसी के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी देखने को भी मिल सकती है.
पटना के मौसम का हाल बिहार के पटना की बात करें तो आज यहां न्यूनतम तापमान 16 डिग्री और अधिकतम तापमान 29 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. इसी के साथ, पटना में आज आंशिकतौर पर बादल छाए रहेंगे. वहीं, 03 मार्च यानी रविवार को पटना में न्यूनतम तापमान 18 डिग्री और अधिकतम तापमान 27 डिग्री रहेगा. पटना में रविवार को गरज के साथ एक या दो बार बारिश भी हो सकती है.
गया के मौसम का हाल मौसम विभाग की मानें तो गया में आज न्यूनतम तापमान 12 डिग्री और अधिकतम तापमान 29 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. इसी के साथ, गया में आज गरज के साथ शाम के वक्त बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं. 03 मार्च को भी गया में एक या दो बार बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी. वहीं, न्यूनतम तापमान 16 डिग्री और अधिकतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया जा सकता है.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 23 नवंबर 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शनिवार का दिन काफी अहम रहा है. महाराष्ट्र में नतीजे आने के बाद सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पर पर अपना दावा ठोका है. सीएम योगी ने यूपी उपचुनाव के नतीजों को पीएम मोदी के नेतृत्व की जीत बताया है.
हिंदी साहित्य के विमर्श के दौरान आने वाले संकट और चुनौतियों को समझने और जानने की कोशिश की जाती है. हिंदी साहित्य में बड़े मामले, संकट और चुनने वाली चुनौतियाँ इन विमर्शों में निकली हैं. महत्वपूर्ण विचारकों और बुद्धिजीवियों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं. हिंदी साहित्यकार चन्द्रकला त्रिपाठी ने कहा कि आज का विकास संवेदन की कमी से ज्यादा नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति प्रेम के लिए वस्तुओं की तरफ झूक रहा है, लेकिन व्यक्ति के प्रति संवेदना दिखाता कम है. त्रिपाठी ने साहित्यकारों के सामने मौजूद बड़े संकट की चर्चा की. ये सभी महत्वपूर्ण छोटी-बड़ी बातों का केंद्र बनती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर करती हैं.