Haridwar Mahakumbh 2021: मेले में भड़क गए तीनों बैरागी अखाड़े, इस बात पर जताई नाराजगी
Zee News
हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ (Haridwar Mahakumbh 2021) में अखाड़ों में फूट पड़ गई है. बैरागी अखाड़ों ने कोरोना की वजह से वक्त से पहले मेला समाप्ति की घोषणा करने पर निरंजनी और आनंद अखाड़ों से नाराजगी जताई है.
हरिद्वार: हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ (Haridwar Mahakumbh 2021) मेले पर विवाद शुरू हो गया है. निरंजनी और आनंद अखाड़े की ओर से कुंभ मेले के समापन की घोषणा के बाद बैरागी संत (Bairagi Akhada) नाराज हो गए है. बैरागी संतों के तीन अखाड़े निर्मोही, निर्वाणी और दिगंबर के संतों ने प्रेस वार्ता कर साफ किर दिया है कि उनका मेला 30 अप्रैल तक जारी रहेगा. तीनों अखाड़ों के संतों ने कहा कि 27 अप्रैल को होने वाले शाही स्नान में बैरागी संत बढ़चढ़ शाही स्नान करेंगे. नाराज बैरागी संतों ने निरंजनी और आनंद अखाड़े के संतों से कुंभ मेले की समाप्ति वाले बयान पर माफी मांगने की मांग की. हरिद्वार (Haridwar) के बैरागी कैंप में तीनों बैरागी अखाड़ों के संतों ने प्रेस वार्ता कर कहा कि कुंभ मेले की अवधि को लेकर निर्णय केवल सरकार या मेला प्रशासन ही ले सकता है. निर्वाणी अखाड़े के श्रीमहंत धर्मदास और निर्मोही अखाड़े के श्रीमहंत राजेन्द्र दास ने कहा कि कुंभ मेले को लेकर सोच विचार करने का अधिकार भी केवल अखाड़ा परिषद को है. इसके बावजूद निरंजनी और आनंद अखाड़ा ने यह घोषणा कर दी, जिससे लोगों में अच्छा संदेश नहीं गया है. उन्होंने कहा कि अपने इस बयान पर उन्हें माफी मांगनी चाहिए. संतों ने चेतावनी दी कि अगर उनका ऐसा ही रवैया रहा तो वह ज्यादा समय तक अखाड़ा परिषद के साथ नहीं जुड़े रह सकते.More Related News
Kailash Gahlot: आम आदमी पार्टी को दिल्ली में बड़ा झटका लगा है. अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के प्रमुख जाट नेता और मंत्री कैलाश गहलोत ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर अपने इस्तीफे की वजह बताई है. जानें कौन हैं कैलाश गहलोत?