
Happy Birthday Arshad Warsi: तालीबान से मिली धमकी-सेबी ने लगाया बैन, 14 की उम्र में माता-पिता को खोया, मुश्किलों भरी रही अरशद वारसी की जिंदगी
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Happy Birthday Arshad Warsi: वो एक्टर जिसके सिर से बचपन में ही पिता का साया उठ गया. जिसे अपना गुजारा करने के लिए सेल्समैन बनना पड़ा, लेकिन अपने शौक का गला नहीं घोंटा. काम करते करते, डांस सीखा और फिल्मी दुनिया में कदम रखा. अपने 36 साल के करियर में उन्होंने कई फिल्में की, फिर भी अंडररेटेड एक्टर ही कहलाए. वहीं कई विवाद भी अपने नाम कर लिए.
Happy Birthday Arshad Warsi: मुन्ना भाई के सर्किट यानी अरशद वारसी आज अपना 55वां जन्मदिन मना रहे हैं. एक्टर ने संजय दत्त के साथ मुन्नाभाई एमबीबीएस के अलावा धमाल, जॉली एलएलबी, गोलमाल, इश्किया जैसी कई बेहतरीन और यादगार फिल्में दी हैं. ये तो सब जानते हैं कि अरशद ने अपने करियर की शुरुआत बतौर कोरियोग्राफर की थी. लेकिन कम ही लोग जानते होंगे कि उनकी जिंदगी के जद्दोजहद की शुरुआत काफी कम उम्र से हो गई थी. चलिए आपको सुनाते हैं उनकी जिंदगी के कुछ अनसुने किस्से.
सेल्समैन रहे अरशद मुस्लिम फैमिली में जन्मे अरशद की जिंदगी काफी मुश्किलों भरी रही है. 14 साल की उम्र में ही उनके सिर से माता-पिता का हाथ उठ गया था. उन्हें 10वीं के बाद स्कूल छोड़ना पड़ा. इसके बाद उन्हें मुंबई में सर्वाइव करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी. घर चलाने के लिए अरशद को 17 साल की उम्र में काम करना पड़ा. उन्होंने घर-घर जाकर कॉस्मेटिक्स बेचे. इसके बाद किसी फोटो लैब में काम किया. इसी बीच उन्हें अकबर सामी के डांस ग्रुप को ज्वाइन करने का मौका मिला और उनके सफर की शुरुआत हुई.
उन्हें सबसे पहले कोरियोग्राफर के तौर पर ब्रेक मिला, महेश भट्ट की फिल्म काश से. इसके बाद तो जैसे उनके कदम थमे ही नहीं. अरशद ने लंदन का डांस कॉम्पिटीशन जीता और उन्हें 'रूप की रानी चोरों का राजा' फिल्म के टाइटल ट्रैक को कोरियोग्राफ करने का मौका मिला. इसी के बाद उन्हें अमिताभ बच्चन की फिल्म कंपनी की तरफ से 'तेरे मेरे सपने' से बतौर एक्टर डेब्यू करने का चांस भी मिला.
कहलाए मोस्ट अंडर-रेटेड एक्टर अरशद ने अपने 36 सालों के करियर में 50 से ज्यादा फिल्में कीं, लेकिन उतनी सक्सेस कभी हाथ नहीं लगी जितनी कि उन्हें मिलनी चाहिए थी. फिर साल 2003 में आई 'मुन्ना भाई एमबीबीएस', जिसमें उन्होंने सर्किट का रोल निभाया. अरशद का ये कैरेक्टर हर किसी को पसंद आया. उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड भी मिला. अरशद ने खुद एक इंटरव्यू में कहा था कि - अगर ये फिल्म उन्हें ना मिलती तो उनका करियर खत्म ही था. इसके बाद अरशद की कई मल्टी-स्टारर कमर्शियल हिट फिल्में आईं, जिन्होंने एक्टर को नई पहचान दिलाई. वहीं जॉली: एलएलबी और इश्किया फिल्मों ने सीरियस एक्टर के तौर पर भी नाम दिलाया.
अरशद ने जूम को दिए इंटरव्यू में बताया था कि उनके करियर को उनके तब के मैनेजर की वजह से उड़ान नहीं मिल पाई. तेरे मेरे सपने फिल्म करने के बाद उन्हें कई अच्छी फिल्मों के ऑफर आए. लेकिन दस साल तक वो उनसे ऐसी फिल्में करवाता रहा, जिनका कोई मतलब नहीं था. उनका करियर उस मुकाम पर आ गया था, जहां उन्हें वो फिल्में ऑफर होती थी, जिसे कई ऐ लिस्ट या बी लिस्ट एक्टर ने ठुकरा दिया हो.
धार्मिक भावनाओं को पहुंचाया ठेस साल 2015 में अरशद ने खुद को एक ऐसे विवाद का हिस्सा बना लिया था, जिसे उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा. अरशद के खिलाफ खूब स्टेटमेंट्स दिए गए थे, वहीं उन्हें जिंदा जलाने की धमकी तक दे दी गई थी. 2015 में अरशद ने एक ऐसा ट्वीट किया था, जहां उन्होंने नागा साधुओं पर एक भद्दी टिप्पणी कर दी थी. ये ट्वीट देख हर कोई एक्टर के खिलाफ हो गया था. सोशल मीडिया पर अरशद को काफी भला बुरा कहा जाने लगा था. हालांकि मामले को तूल मिलता देख एक्टर ने तुरंत उस ट्वीट को डिलीट कर दिया था और माफीनामा जारी किया था.

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