Elvish vs Maxtern Controversy: मारपीट के बाद साथ आए एल्विश-मैक्सटर्न, हुई सुलह, बोले- भाईचारा ऑन टॉप
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एल्विश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर मैक्सटर्न के साथ एक फोटो शेयर की, जिसमें दोनों के बीच भाईचारा देखने को मिला. फोटो में दोनों ही मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं. एल्विश ने फोटो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा- एक घर में बर्तन होते हैं, बजेंगे तो सही. भाईचारा ऑन टॉप.
एल्विश वर्सेस मैक्सटर्नः रियलिटी शो 'बिग बॉस ओटीटी 2' विनर एल्विश यादव और यूट्यूबर मैक्सटर्न उर्फ सागर ठाकुर के बीच का विवाद काफी बड़ा था. X पर जो वीडियो वायरल हुआ था, उसमें एल्विश, मैक्सटर्न को बुरी तरह पीटते नजर आए थे, जिसके बाद देशभर में इन्हें ट्रोल्स का सामना करना पड़ा था. आजतक से बातचीत में सागर ने अपना पश्र रखा था. फिर एल्विश लाइव आकर अपनी साइड रखते दिखे थे. मामला बढ़ते-बढ़ते इतना बढ़ गया था कि मैक्सटर्न ने एल्विश के खिलाफ FIR कर दी थी. गुरुग्राम पुलिस ने जिसके बाद एल्विश को पूछताछ के लिए बुलाया था. इसके कुछ घंटों बाद ही एल्विश और मैक्रसटर्न ने अपने बीच सुलह कर ली.
एल्विश-मैक्सटर्न के बीच हुई सुलह एल्विश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर मैक्सटर्न के साथ एक फोटो शेयर की, जिसमें दोनों के बीच भाईचारा देखने को मिला. फोटो में दोनों ही मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं. एल्विश ने फोटो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा- एक घर में बर्तन होते हैं, बजेंगे तो सही. भाईचारा ऑन टॉप. फोटो देखकर हर किसी को समझ में आ रहा है कि दोनों के बीच दोस्ती की शुरुआत हो चुकी है. एल्विश और मैक्सटर्न, दोनों के ही फैन्स इस फोटो देखकर काफी खुश हो रहे हैं.
क्या था पूरा मामला? शुक्रवार, 8 मार्च से एल्विश यादव, मैक्सटर्न को पीटने को लेकर ट्रोल हो रहे थे. मैक्सटर्न ने भी उनके खिलाफ गुरुग्राम पुलिस थाने में FIR दर्ज करवाई थी. सागर ठाकुर ने एल्विश यादव के खिलाफ गुरुग्राम के सेक्टर 53 थाने में आईपीसी की धारा 147, 149, 323, 506 के तहत एफआईआर दर्ज करवाई थी. हादसे की पूरी कहानी बताते हुए सागर ठाकुर उर्फ मैक्सटर्न ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से मदद की गुहार भी लगाई थी. मैक्सटर्न ने ये भी बताया कि हमले के बाद जब वो FIR कराने के लिए पुलिस स्टेशन पहुंचे, तो उनके साथ क्या हुआ. उन्होंने कहा- मैं इतना समझ गया हूं कि अगर आपके पास पैसा है, तो आप FIR भी बदल सकते हैं. एल्विश ने जो लोकेशन दी थी. वो उसके घर की थी. मुझे लगा कि उसे पब्लिक लोकेशन पर बुलाना चाहिए था. कुल मिलाकर ये केस शब्दों से जीतना था.
'मैंने पूरी तैयारी की थी. मैंने सोफा वगैरह लगाया हुआ था. सोचा था कि जब एल्विश भाई आएंगे, तो बगल में बैठेंगे. जैसे ही वो आए अटैक करना शुरू कर दिया. बहुत सारे बंदों के साथ आए. उसके साथ जो बंदे आए थे. वो भी उसकी मदद कर रहे थे. जब एल्विश यादव स्टोर में पहुंचे तो उनके साथ 8 से 10 गुंडे थे, जिन्होंने शराब पी हुई थी. सभी ने उन्हें मारना शुरू कर दिया और उनके साथ गाली-गलौच भी की. इस तरह से मदद कर रहे थे कि मैं कुछ नहीं कर पा रहा था. एल्विश ने मुझे घुटनों से नाक पर मारा. कई बार हाथों से मुंह पर मारा. फिर फोन से मेरे स्पाइन पर मारा. आपको पता है कि अगर स्पाइन टूटता है, तो आप जिंदगी भर के लिए अपाहिज हो सकते हो. मुझे बहुत बार जान से मारने की धमकी दी.'
सागर ने एल्विश यादव पर बड़े इल्जाम लगाए हैं. उन्होंने अपनी शिकायत में ये भी कहा है कि एल्विश यादव ने उनकी रीढ़ की हड्डी को तोड़ने की कोशिश की ताकि वो दिव्यांग हो जाएं. ये सभी लोग 8 मार्च को रात साढ़े 12 बजे आए थे. स्टोर से जाने से पहले एल्विश यादव ने सागर ठाकुर को धमकी दी कि वो उन्हें जान से मार देंगे. सागर का कहना ये भी है कि वो लगभग बेसुध हालत में थे. उन्होंने पुलिस से मामले की जांच की मांग की है.
सीएम से लगाई थी मदद की गुहार आगे उन्होंने कहा- एल्विश और उसके बंदों ने सॉरी बुलवाने का ट्राय किया. पर मैंने उसको सॉरी नहीं बोला. धीरे-धीरे मेरे स्पाइन में दर्द होना शुरू हुआ. इस तरह से दर्द हुआ कि मैं सो नहीं पाया. मैं हॉस्पिटल गया मेडिकल कराने, तो उन्होंने कहा कि बिना FIR हम मेडिकल नहीं कर सकते. इसके बाद मैं पुलिस स्टेशन गया. मैंने कहा कि ये अटेम्प्ट टू मर्डर केस है. SHO ने अच्छे से बात की. इसके बाद उन्होंने अपने इंस्पेक्टर को फोन लगाया कहा कि इसे पब्लिक मत करना.