Dolo-650 को लेकर ऐसा मचा बवाल, अब डॉक्टर्स को 'फ्री रेवड़ियां नहीं बांट पाएंगी फार्मा कंपनियां!
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सरकार फार्मा कंपनियों पर फ्री गिफ्ट्स को लेकर लगाम कसने की योजना बना रही है. सरकार की मंशा है कि फार्मा कंपनियों द्वारा डॉक्टरों को गिफ्ट देने की कोशिश पर रोक लगाने के लिए कड़े नियम अपनाए जाएं. फार्मा कंपनियां इन गिफ्ट्स के बदले डॉक्टर्स से अपनी दवाएं लिखवाने का काम करती हैं.
देश में बीते कुछ समय से मुफ्त रेवड़ियां बांटने की प्रथा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आपत्ति के बाद बहस तेज हो गई है. यहां पर रेवड़ियों से मतलब सरकार की मुफ्त योजनाओं से है, जो कहने को तो जनता की भलाई के लिए दी जाती हैं, लेकिन असल में इनका मकसद केवल वोट बटोरना होता है. फ्री में सामान देने का कुछ ऐसा ही चलन फार्मा इंडस्ट्री में है. इसकी ताजा मिसाल है डोलो-650 (Dolo-650) का मामला जिसने काफी तूल पकड़ा था.
डोलो-650 बनाने वाली कंपनी माइक्रो लैब्स लिमिटेड (Micro Labs Limited) पर कोरोना काल के दौरान अपनी दवा लिखने के लिए डॉक्टर्स को मोटी रकम गिफ्ट्स के रूप में बांटने का आरोप लगा था. इनकम टैक्स की रेड के बाद खुलासा हुआ था कि कंपनी ने कोरोना काल में एक हजार करोड़ के फ्री गिफ्ट्स बांटे थे. इस खुलासे से हडकंप मच गया था और अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है.
डॉक्टर्स को गिफ्ट देने से जुड़े नियम किए जाएंगे सख्त!
सरकार फार्मा कंपनियों पर फ्री गिफ्ट्स को लेकर लगाम कसने की योजना बना रही है. सरकार की मंशा है कि फार्मा कंपनियों द्वारा डॉक्टरों को गिफ्ट देने की कोशिश पर रोक लगाने के लिए कड़े नियम अपनाए जाएं. इनमें देश-विदेश में घुमाने के नाम पर होने वाली फ्री कॉन्फ्रेंस से लेकर महंगी घड़ियां तक शामिल हैं.
फार्मा कंपनियां इन गिफ्ट्स के बदले डॉक्टर्स से अपनी दवाएं लिखवाने का काम करती हैं. फार्मा कंपनियों कि इस प्रैक्टिस पर रोक लगाने के लिए जो योजना तैयार की जा रही है उसके मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय, डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्यूटिकल्स और नेशनल मेडिकल कमीशन को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है.
ये तीनों मिलकर तय करेंगे कि फार्मा कंपनी से किस तरह के तोहफे डॉक्टर्स ले सकते हैं. फिलहाल डॉक्टर्स को फार्मा कंपनियों से मिलने वाले तोहफों को लेकर नियम बने हैं, लेकिन खामियों की वजह से फार्मा कंपनियां अक्सर इन्हें तोड़ देती हैं. इसलिए नियमों को सख्ती से लागू करने के लिए तरीका खोजना जरूरी है.
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