Delhi: मुगलों की निशानियों का शहर ही नहीं, कई प्राचीन हिंदू मदिरों का गढ़ भी है दिल्ली
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कहीं न कहीं दिल्ली मुगलों की निशानियों से भरा पड़ा है. सालों तक मुगलों के अनगिनत हमलों ने जब दिल्ली में हिंदू मंदिरों को तबाह कर दिया, उसके बावजूद भी आज भी शहर में कई प्राचीन मंदिर मौजूद हैं. आइए जानते हैं दिल्ली में स्थित 7 प्राचीन हिंदू मंदिरों के बारे में:
नई दिल्ली: जब भी दिल्ली की बात होती है, तो हमारे जेहन में लाल किला, हुमायूं का मकबरा और कुतुबमीनार का नाम आता है. कहीं न कहीं दिल्ली मुगलों की निशानियों से भरा पड़ा है. सालों तक मुगलों के अनगिनत हमलों ने जब दिल्ली में हिंदू मंदिरों को तबाह कर दिया, उसके बावजूद भी आज भी शहर में कई प्राचीन मंदिर मौजूद हैं. ये मंदिर सिर्फ धार्मिक लिहाज से ही नहीं, वास्तु कला के लिहाज से भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. दिल्ली में स्थित हैं ये 7 प्राचीन मंदिर:
दादा देव मंदिर दिल्ली के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक दादा देव मंदिर का निर्माण लगभग 838 ईसवी के आस-पास हुआ था. इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि राजस्थान के टोंक जिले में दादा देव जी को भगवान का ही अवतार माना जाता था. उनके दो भक्त वहां से दादा देव के स्वरूप के रूप में टोंक से पत्थर लेकर निकले, लेकिन यह रास्ते में ही गिर गया. जहां पर यह पत्थर गिरा, वहीं पर उन भक्तों ने दादा देव जी के मंदिर का निर्माण कराया.
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