
Bawaal Review: इमोशन्स और ड्रामे से भरी है वरुण धवन-जाह्नवी कपूर की 'बवाल', फिर भी क्या रह गई कमी?
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वरुण धवन और जाह्नवी कपूर की फिल्म 'बवाल' अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो गई है. इस फिल्म को लेकर कई दिनों से बज बना हुआ था. द्वितीय विश्व युद्ध और अजय-निशा की जिंदगी के बारे में बात करती इस फिल्म में क्या है खास, जानिए हमारे रिव्यू में.
कभी सोचा है कि हमसे पहले इस दुनिया में आने और इसको छोड़कर जाने वाले लोगों के लिए जिंदगी कितनी मुश्किल रही है. हम सभी अपने इतिहास के किसी ना किसी हिस्से को जानते हैं, लेकिन उसे गंभीरता से कम ही लेते हैं. और इतिहास से सीख लेने वाले उससे भी कम हैं.
लेकिन कभी सोचा है कि इतिहास के पन्नों में दर्ज जिन लोगों के नाम आज और जिंदगी के किसी भी मोड़ पर हमने पढ़े हैं, वो कभी असली इंसान हुआ करते थे. जीते-जागते, सांस लेते, खुशी और गम को महसूस करते इंसान. जिनमें से कई का जीवन हम सभी से ज्यादा मुश्किलों से भरा था.
आज हम टेक्नोलॉजी की दुनिया में रह रहे हैं और हमारे लिये अपने फोन और कंप्यूटर से बाहर कोई जिंदगी है ही नहीं. जीवन के बारे में सोचना भी हमारे लिए मुश्किल है. लेकिन एक समय ऐसा भी था जब ये सबकुछ इंसान के पास नहीं था. तब वो असली दुनिया में रहता था, असली और तकलीफ भारी मुश्किलों का सामना करता था.
और इन दिक्कतों का निवारण भी उसे खुद ही सोचना और निकालना पड़ता था. तब लोग बेबस थे. खुद को और अपने अपनों को बचाने के लिए उनके पास जरिए बहुत कम थे और यही चीजें जब आज आप जानते हैं, तो सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि अगर हम उस सिचुएशन में होते तो क्या करते. ऐसी ही गहरी बातों को मिलाकर बनी है वरुण धवन और जाह्नवी कपूर की फिल्म बवाल.
ये कहानी है अज्जु भैया उर्फ अजय दीक्षित (वरुण धवन) की जिसके लिए उसकी शान ही सबकुछ है. अज्जु भैया के खुद के शब्दों में कहूं तो वो पनीर में पड़ने वाला धनिया है, जिनके होने ना होने से किसी को फर्क नहीं पड़ता. लेकिन उन्होंने माहौल बनाते हुए अपनी इमेज को ऐसा बनाया है कि पूरे लखनऊ शहर में उनके ही चर्चे होते हैं. इसी इमेज के चलते बिना संकोच किए अज्जु भैया ‘पनीर’ लोगों के सामने सिर उठाकर और सीना चौड़ा कर चल पाते हैं. लेकिन कई लोगों की तरह इस झूठी शान और दिखावे वाली जिंदगी से अज्जु खुश नहीं है. ना तो उसे अपनी नौकरी से प्यार है और ना ही परिवार या पर्सनल लाइफ से. तभी तो काम के बाद वो अपने गमों को शराब के नशे में डुबाने दोस्त संग बार चला जाता है.
अज्जु भैया के घर में हैं उनके पिता जी मिस्टर दीक्षित (मनोज पाहवा), उनकी मां मिसेज दीक्षित (अंजुमन सक्सेना) और उसकी बीवी निशा (जाह्नवी कपूर). निशा और अजय की शादी को अभी 9 ही महीने हुए हैं, लेकिन उनके बीच प्यार बढ़ने की बजाए दूरियां ही आई हैं. दोनों एक दूसरे से प्यार तो दूर एक दूसरे के बारे में छोटी-बड़ी चीजें जानते भी नहीं हैं. दूसरी तरफ अजय की एक हरकत के चलते अब उसकी नौकरी पर बन आई है. इसी बीच अजय अपनी बीवी निशा को यूरोप की ट्रिप पर ले जाने का फैसला करता है. यहां से वो अपने स्कूल के बच्चों को वर्ल्ड वॉर 2 के बारे में शिक्षा देगा. लेकिन अज्जु भैया को नहीं पता कि ये ट्रिप उनकी जिंदगी बदल देगी.

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