Animal review: रणबीर की शानदार एक्टिंग ने खून में डूबे फैमिली ड्रामा को बनाया जानदार, लंबी लेकिन एंगेजिंग है फिल्म
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Animal review डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म 'एनिमल' बड़े पर्दे तक पहुंच गई है. फिल्म में रणबीर कपूर पहली बार इस तरह के गैंगस्टर अवतार में हैं. अनिल कपूर, रश्मिका मंदाना और बॉबी देओल जैसे नाम भी फिल्म में हैं. रणबीर और संदीप ने मिलकर बड़े पर्दे पर क्या कमाल किया है, आइए बताते हैं.
एक विलेन कब बड़ा बनता है? पूरे यूनिवर्स की जनसंख्या को एक झटके में आधा करने चले थानोस से भी थिएटर्स में बैठी जनता रिलेट करने लगी थी. कारण ये था कि वो इस नरसंहार को 'रैंडम' और बिना पैशन' के कर रहा था. उसे लग रहा था कि यूनिवर्स को सही से फंक्शन करने के लिए किसी को तो ऐसा करने की बहुत जरुरत है. उसके इस लॉजिक के साथ 'एंड गेम' देख रहा एक दर्शक तुरंत कनेक्ट कर जाता है, और यहां थानोस, सिनेमा के सबसे बड़े विलेन्स में से एक बनाता है.
'एनिमल' में रणबीर के लीड किरदार का पूरा यूनिवर्स उसके पापा हैं. वो अपने पापा को बचाने के लिए, पूरी दुनिया तक खत्म करने को तैयार रहता है. मगर उसकी हिंसा में बहुत 'पैशन' है. उसे देखकर लगता है कि वो एक मिशन पर है, हर बार वो सिर्फ हिंसा नहीं कर रहा, बल्कि जैसे डेड बॉडी के साथ बाकी दुश्मनों के लिए एक मैसेज छोड़ रहा है. वो अपने पापा पर हमला करने वालों को खत्म तो कर देना चाहता है, लेकिन एक हद के बाद लगता है कि मारना उसका टारगेट है ही नहीं.
उसे हिंसा में स्वाद आ रहा है. वो सिर्फ सामने वाले का खून नहीं बहाता, उसकी हर हत्या बर्बरता की एक पेंटिंग है, जो वो अपने पिता को गिफ्ट कर रहा है! उसके सिर्फ एक्ट में पाशवता नहीं है, वो पशु है. ये 'एनिमल' है, जिसे डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा ने बड़े पर्दे पर क्रिएट किया है.
हिंसा का पालतू जीव है ये 'एनिमल' फिल्म की कहानी रणबीर के बचपन से शुरू होती है, जहां वो पापा के प्यार के लिए तरसता हुआ बच्चा है. उसकी जवानी भी इसी वेलिडेशन की भूखी है. वो बचपन से ही तय किए चल रहा है कि 'पापा के लिए प्यार' को वो उस लेवल पर ले जाएगा जो किसी ने सोचा भी नहीं होगा. वो इस खूंखार मिशन पर है और उसके जीवन में बाकी सबकुछ इस मिशन का 'पैरेलल डैमेज'. फिल्म का टोन देखकर कहीं कहीं ये भी लगता है कि संदीप का ध्यान ये दिखाने पर भी है कि वेलिडेशन की भूख कितना कुछ डैमेज कर सकती है. ऐसा है या नहीं, ये आप फिल्म देखकर तय करें.
संदीप इस किरदार के ट्रीटमेंट में एक बहुत कमाल की चीज लेकर आए हैं. पापा पर कुर्बान इस बेटे का नाम इंटरवल से पहले तक रिवील ही नहीं होता. सब उसे बलबीर सिंह (अनिल कपूर) का बेटा बुलाते रहते हैं. नाम क्या है, ये भी फिल्म में देखना बेहतर होगा क्योंकि इस नाम को रिवील करने के लिए संदीप ने एक बहुत शानदार इंटरवल ब्लॉक तैयार किया है.
स्कूल में पढ़ने वाला ये लड़का, कॉलेज में पढ़ रही अपनी बहन को प्रोटेक्ट करने के लिए जो करता है वहीं से साफ हो जाता है कि उसके रंग क्या हैं. कोई हैरानी नहीं होती जब अनिल कपूर अपनी पत्नी को बोलते हैं, 'हमने क्रिमिनल पैदा किया है'. इस लड़के की लव स्टोरी भी बहुत अनोखी है. गीतांजलि (रश्मिका मंदाना) उसे बचपन से भैया बोलती आ रही है. लड़के ने उसे पहली बार देखा ही उसकी एंगेजमेंट के दिन है. फिर भी प्रपोज ऐसे करता है कि आप हंस पड़ेंगे. हालांकि, उसका लॉजिक घटिया भी लगता है. प्रपोजल में हेल्दी बच्चे पैदा करने की क्षमता पर बात करने के बाद भी गीतांजलि अपनी पहली एंगेजमेंट तोड़कर, इनसे शादी के लिए तैयार हो जाती है.
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