5 ऐतिहासिक फैसले जिसके लिये हमेशा याद किये जायेंगे रामनाथ कोविंद
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Ramnath Kovind: सोमवार 25 जुलाई 2022 को संसद के सेंट्रल भवन में जब 15वें राष्ट्रपति के पद ग्रहण समारोह का आगाज हुआ तो रामनाथ कोविंद ने बतौर राष्ट्रपति कार्यक्रम की शुरुआत करने का आदेश दिया, हालांकि कार्यक्रम खत्म होने के साथ ही उनका कार्यकाल समाप्त हो गया और उनकी जगह द्रौपदी मुर्मू ने पदभार संभाला.
Ramnath Kovind: सोमवार 25 जुलाई 2022 को संसद के सेंट्रल भवन में जब 15वें राष्ट्रपति के पद ग्रहण समारोह का आगाज हुआ तो रामनाथ कोविंद ने बतौर राष्ट्रपति कार्यक्रम की शुरुआत करने का आदेश दिया, हालांकि कार्यक्रम खत्म होने के साथ ही उनका कार्यकाल समाप्त हो गया और उनकी जगह द्रौपदी मुर्मू ने पदभार संभाला जिन्होंने कार्यक्रम को समाप्त करने का आदेश दिया. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमन्ना ने उन्हें राष्ट्रपति पद के लिये शपथ दिलाई.
राष्ट्रपति बनने से पहले रामनाथ कोविंद सुप्रीम कोर्ट में वकील, राज्यसभा सदस्य, बिहार के राज्यपाल के पद पर भी काम कर चुके हैं. ऐसे में जब राष्ट्रपति के रूप में उनका कार्यकाल खत्म हुआ है तो आइये एक नजर उन ऐतिहासिक फैसलों पर डालें जिसके लिये उन्हें हमेशा याद किया जायेगा.
बिहार में मद्य निषेध मंत्री रत्नेश सदा ने शनिवार को विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर जोरदार सियासी हमला बोला. राजद नेता के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 'थका हुआ मुख्यमंत्री' बताए जाने पर सदा ने पलटवार करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने ही तेजस्वी यादव को दो बार डिप्टी सीएम बनाया, उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए.