45 साल के बाद फिर सोने का वैसा ही कमाल, करवा चौथ पर बिकी 3300 करोड़ की ज्वेलरी!
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Gold Rate: जानकारों के मुताबिक लॉन्ग टर्म के लिए सोना अभी भी एक सुरक्षित विकल्प है, क्योंकि वैश्विक अनिश्चितताएं आगे भी इसकी कीमतों को बढ़ा सकती हैं.
भारत में त्योहारी सीजन हमेशा से गोल्ड ज्वेलरी (Gold Jewellery) की खरीदारी का शुभ समय माना जाता है. लेकिन इस साल सोने की रिकॉर्ड कीमतों ने खरीदारों और निवेशकों को दुविधा में डाल दिया है. दरअसल, 2024 में सोना ना केवल नए शिखर पर पहुंचा है, बल्कि इसने अपने निवेशकों को शानदार रिटर्न भी दिया है. इन बढ़ी हुई कीमतों का असर बाजार और खरीदारी पर भी साफ नजर आ रहा है. सोमवार के शुरुआती कारोबार के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें बढ़कर 2,720 डॉलर प्रति औंस के करीब पहुंच गई.
ऐसे में इस समय सोना खरीदने को लेकर भी लोग फैसला नहीं कर पा रहे हैं. पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतों में तेजी ने खरीदारों के उत्साह को कमजोर किया है. करवा चौथ और धनतेरस जैसे त्योहारों पर ज्वेलर्स को उम्मीद थी कि कीमतें स्थिर रहेंगी और बिक्री में उछाल आएगा.
करवा चौथ पर बिकी इतनी ज्वेलरी
लेकिन बढ़ी हुई कीमतों की वजह से कई ग्राहकों ने भारी ज्वेलरी की जगह हल्के और ट्रेंडी डिजाइन वाले मंगलसूत्र और रिंग्स को प्राथमिकता दी. इन हल्के आइटम्स की वजह से करवा चौथ पर ज्वेलरी इंडस्ट्री ने देशभर में 3300 करोड़ रुपये की बिक्री करने में कामयाबी हासिल की है.
लेकिन मौजूदा ऊंची कीमतों के असर से ये ट्रेंड धनतेरस-दीवाली तक जारी रहेगा या नहीं ये कहना मुश्किल है. इसकी वजह है कि ऊंची कीमतों के चलते कई लोग पुराने गहनों का एक्सचेंज कर नई ज्वेलरी में निवेश कर रहे हैं. जानकारों के मुताबिक लॉन्ग टर्म के लिए सोना अभी भी एक सुरक्षित विकल्प है, क्योंकि वैश्विक अनिश्चितताएं आगे भी इसकी कीमतों को बढ़ा सकती हैं.
आगे कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना...
Petrol-Diesel Prices Today: इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं, आज ब्रेंट क्रूड 71.21 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि WTI क्रूड 67.06 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. वहीं, भारत की बात करें तो सरकारी तेल कंपनियों ने आज 18 नवंबर, 2024 को भी सभी महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर ही रखी हैं.