4 घंटे तक तालाब में खड़े रहे बांदा के DM, जलकुंभी साफ करने का चला था अभियान
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बांदा के डीएम अनुराग पटेल गांव वालों के सामने मिसाल पेश करते हुए खुद तालाब की सफाई करने उतर गए. डीएम करीब चार घंटे तक तालाब से जलकुंभी हटाते रहे. उनको ऐसा करते देख गांव वाले भी तालाब में उतरे और जलकुंभी हटाने लगे. बता दें, बांदा में 'जलकुंभी हटाओ तालाब बचाओ' के तहत 82 तालाबों की सफाई की जा रही है.
यूपी के बांदा में डीएम अनुराग पटेल का एक नया रूप देखने को मिला, तालाब में जलकुंभी की सफाई के लिए वह खुद ही तालाब में उतर गए. दरअसल, बांदा में इन दिनों 'जलकुंभी हटाओ तालाब बचाओ' अभियान चल रहा है. लोगों को तालाब की सफाई के लिए प्रेरित करने के लिए डीएम अनुराग पटेल ने खुद मोर्चा संभाला है.
डीएम तालाब में उतरकर जब जलकुंभी की सफाई कर रहे थे, तब वहां मौजूद और भी लोग तालाब में उतर आए और उनकी मदद की. उनके साथ डिप्टी कलेक्टर श्वेता साहू और यादवेंद्र भी मौजूद रहे. 'जलकुंभी हटाओ तालाब बचाओ' अभियान का उद्देश्य गांव के लोगों को पानी की समस्या से निजात दिलाना है.
अपने गोद लिए गांव डिंगवाही में सोमवार को डीएम अनुराग पहुंचे थे. करीब चार घंटे कमर तक पानी में खड़े रहकर उन्होंने जलकुंभी को हटाया. दिनभर में 50 तालाबों में सालों से जमी जलकुंभी को हटाकर तालाबों की सफाई कराई गई.
डीएम अनुराग पटेल ने 'आजतक' को बताया कि जलकुंभी एक ऐसी चीज है जो अपने को हरा बनाकर तालाब को सुखा देती है. उसके पूरे मिनरल सोख लेती है. तालाबों से जलकुंभी हट जाने के बाद पर्यावरण भी स्वच्छ होगा. वर्षा का जल एकत्र होगा और तालाब की भूमि को सींचेगा.
वहीं, ब्लॉक प्रमुख स्वर्ण सिंह सोनू ने बताया कि तालाब के सफाई अभियान में जिले के 82 अमृत सरोवरों को चिह्नित किया गया है जिनमें से 50 की सफाई हो चुकी है. PM नरेंद्र मोदी और CM योगी आदित्यनाथ भी जल संचय को लेकर काफी चिंतित हैं. उसी क्रम में डीएम सभी जिला वासियों को जल संचयन के लिए जागरूक कर रहे हैं.
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