22 साल इजरायली जेल में रहा था 'खान यूनिस का कसाई' याह्या सिनवार, जिसकी मौत पर जश्न मना रहा इजरायल
AajTak
हमास का मुखिया याह्या सिनवार भी मारा जा चुका है. इजरायल ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी है. याह्या सिनवार इसी साल अगस्त में ही हमास का मुखिया बना था. इजरायल पर 7 अक्टूबर को जो हमला हुआ था, उसका जिम्मेदार याह्या सिनवार ही था.
हमास का नया मुखिया याह्या सिनवार भी मारा गया है. इजरायल ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी है. याह्या सिनवार को पिछले साल 7 अक्टूबर के हमले का मास्टरमाइंट माना जाता है. 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर बड़ा हमला किया था. इस हमले में 1200 इजरायलियों की मौत हो गई थी. इसके बाद ही इजरायल ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान किया था.
इजरायली विदेश मंत्री इसरायल काट्ज ने कहा कि 7 अक्टूबर के नरसंहार और अत्याचार के लिए जिम्मेदार याह्या सिनवार को आईडीएफ ने मार गिराया. वहीं, इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमने 7 अक्टूबर का हिसाब बराबर कर लिया है लेकिन जंग अभी बाकी है.
याह्या सिनवार इस साल अगस्त में इस्माइल हानिया की मौत के बाद हमास का मुखिया बना था. इस साल 31 जुलाई को इस्माइल हानिया को इजरायल ने मार गिराया था.
याह्या सिनवार को कई नामों से जाना जाता है. उसे कोई 'हमास का ओसामा बिन लादेन' कहता था, तो कोई 'खान यूनिस का जल्लाद'. इजरायल उसे 'आतंक का हिटलर' कहता है. वो इतना क्रूर था कि हमास से गद्दारी और इजरायल से वफादारी के शक में फिलिस्तीनियों तक को तड़पा कर मारता रहा है. वो बच्चों के साथ खुलेआम बंदूकों की नुमाइश करता है. उनकी मासूमियत को आतंक के जहर से मार डालता है. उसके बाद बच्चों पर ज्यादती का इल्जाम इजरायल पर लगाता है. गाजा में फैला टनल नेटवर्क उसकी ताकत है, जिसमें उसके कई राज दफन हैं.
'बुचर ऑफ खान यूनिस', जिसे लादेन भी कहा जाता है
याह्या सिनवार को 'बुचर ऑफ खान यूनिस' भी कहा जाता है. 7 अक्टूबर के हमले के बाद इजरायली मीडिया ने उसकी तुलना कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन से की थी. इजरायल डिफेंस फोर्सेस के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने उसकी तुलना 'बुराई का चेहरा' से की थी. उसे 'चलता फिरता मरा हुआ आदमी' तक बताया था. सिनेवार का जन्म साल 1962 में साउथ गाजा के खान यूनिस में एक फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर में हुआ था. यही वजह है कि उसे 'खान यूनिस का कसाई' भी कहा जाता है. वो खुलेआम कत्लेआम करने से नहीं चूकता.
ईरान के कुछ और न्यूक्लियर साइंटिस्ट, हिज्बुल्लाह और हमास के कुछ और कमांडर को छोड़ दें तो पिछले चार सालों में हुई इन छह मौतों ने ईरान को हिला कर रख दिया है. वजह ये है कि ये छह की छह मौतें मामूली नहीं हैं. बल्कि ये वो छह लोग थे जिनका रुटीन, जिनकी मीटिंग, जिनके ठिकाने, जिनकी मूवमेंट इतने गुप्त रखे जाते थे.
'रिश्ते बिगड़ने की जिम्मेदारी सिर्फ ट्रूडो की...', कनाडाई PM के कुबूलनामे के बाद भारत ने दिखाई सख्ती
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार को विदेशी हस्तक्षेप जांच के सामने गवाही दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए सार्वजनिक रूप से भारत पर आरोप लगाने से पहले उनकी सरकार ने भारत से सिर्फ खुफिया जानकारी साझा की थी और कोई ठोस सबूत नहीं दिया था.