13 हजार से अधिक बूथ, 1 लाख से ज्यादा कर्मचारी... दिल्ली में 25 मई को वोटिंग के लिए खास इंतजाम
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दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी. कृष्णमूर्ति ने बताया कि 25 मई को होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं. इस सिलसिले में सभी मतदान केन्द्रों पर चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. मतदान के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार के एक लाख से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में तैनात किये गए हैं.
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. यहां 25 मई को एक साथ सभी सात सीटों पर वोटिंग होनी है. इस दौरान 1 लाख से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी में तैनात रहेंगे. 6833 मतदान केंद्रों पर वेब कास्ट के जरिए सीधी मॉनिटरिंग की जाएगी. इस दौरान लू के संभावित प्रकोप का भी ध्यान रखा जाएगा और हर मतजान स्थल पर पानी व अन्य बुनियादी व्यवस्थाएं की जाएंगी. राजधानी में 265 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए हैं.
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी. कृष्णमूर्ति ने बताया कि 25 मई को होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं. इस सिलसिले में सभी मतदान केन्द्रों पर चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. मतदान के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार के एक लाख से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में तैनात किये गए हैं. साथ ही, EVM मशीनों की पुख्ता सुरक्षा, 6833 मतदान केन्द्रों की सीधी मॉनिटरिंग, बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिये 3500 व्हील चेयर्स का इंतजाम, लू और अत्यधिक गर्मी की आशंका को देखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं.
13 हजार से अधिक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे
दिल्ली में 2,627 स्थानों पर कुल 13637 मतदान केन्द्र और चार उप मतदान केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं. प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में सिर्फ महिलाओं द्वारा संचालित पिंक बूथ और साथ ही एक आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किये जाएंगे. लोकसभा चुनावों के लिए दिल्ली पुलिस, होम गार्ड और पैरा मिलिटरी फोर्स कंपनियों की तैनाती की गई हैं. दिल्ली में कुल 2891 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं, जिन पर सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई है.
वेबकास्ट के जरिए होगी संवेदनशील केंद्रों की निगरानी
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक, दिल्ली के संवेदनशील मतदान केंद्रों सहित कुल 6833 मतदान केन्द्रों की सीधी मॉनिटरिंग सीईओ कार्यालय और जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा वेबकास्ट के माध्यम से की जाएगी. पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले लिंग अनुपात में सुधार हुआ है. यह संख्या 818 से बढ़कर 851 हो गई है जो कि 33 अंकों की वृद्धि को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि हम अधिक से अधिक ट्रांसजेंडर मतदाताओं को शामिल करने के प्रयास में भी सफल रहे हैं. पिछले पांच सालों में ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या 669 से लगभग 1228 तक बढ़ गई है.
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