हीरोइन से बिजनेसवुमन बनीं नीलम कोठारी, मुश्किल रहा बदलाव, बोलीं- मेरा सेलिब्रिटी स्टेटस...
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नीलम ने अपने ट्रांस्जिशन पीरियड पर कहा- फिल्मों में 80-90 के दशक में चीजें अलग थीं. अब अलग हैं. सेट पर आपको शायद ही कोई महिला दिखे, ऐसा समय मैंने अपने टाइम में देखा है. आज के समय में फिल्म इंडस्ट्री महिलाओं से भरी पड़ी है. डायरेक्टर्, राइटर्स से लेकर टेक्नीशियन्स तक महिलाएं हैं.
नेटफ्लिक्स की स्टार 'फैब्यूलस लाइव्स वर्सेस बॉलीवुड वाइव्स', हाल ही में बिजनेस टुडे के 'मोस्ट पावरफुल वुमन' इवेंट में आईं. शालिनी पासी, नीलम कोठारी, महीप कपूर, भावना पांडे, सीमा सजदेह, सभी ने अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर बात की. खासकर नीलम ने बताया कि 80-90 के दशक के बाद उन्होंने 2 साल पहले खुद का ओटीटी डेब्यू किया. सालों का ब्रेक, एक्ट्रेस से बिजनेसवुमन बनने तक का सफर उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं रहा.
नीलम ने देखा मुश्किल समय नीलम ने अपने ट्रांस्जिशन पीरियड पर कहा- फिल्मों में 80-90 के दशक में चीजें अलग थीं. अब अलग हैं. सेट पर आपको शायद ही कोई महिला दिखे, ऐसा समय मैंने अपने टाइम में देखा है. आज के समय में फिल्म इंडस्ट्री महिलाओं से भरी पड़ी है. डायरेक्टर्, राइटर्स से लेकर टेक्नीशियन्स तक महिलाएं हैं.
मेरे लिए एक्ट्रेस से बिजनेसवुमन बनना बिल्कुल भी आसान नहीं था. काफी मुश्किल था. मेरी 4 जेनरेशन जूलरी का कारोबार कर रही हैं. मैंने ये काम अपने पिता से सीखा है. जब मैंने जूलरी बनाने की शुरुआत की तो मेरे पास करीब 1-2 साल कोई कस्टमर नहीं था. मेरा सेलिब्रिटी स्टेटस डूब चुका था. लोगों को मेरे बारे में सिर्फ इतना ही पता था कि मैं एक एक्ट्रेस हूं. मैंने जब जूलरी का बिजनेस शुरू किया तो कोई मुझे नहीं जानता था.
जब करण जौहर 'फैब्यूलस लाइव्स वर्सेस बॉलीवुड वाइव्स' का आइडिया लेकर मेरे पास आए तो मैं स्क्रिप्ट सुनकर काफी डर गई थी. लेकिन जब शूटिंग शुरू हुई तो धीरे-धीरे कम्फर्टेबल हो पाई. करण ने मुझे कहा था कि अगर तुम रियलिटी शो करने जा रही हो तो तुम्हें अपना 100 पर्सेंट देना होगा. जी-जान से मेहनत करनी होगी. करण की ये बात मेरे साथ रह गई और मैंने शो में जी-तोड़ मेहनत भी की. देखो, शो हिट हो गया.
सीमा सजदेह कैसे करती हैं पैसे सेव? सीमा ने कहा जब मेरी शादी हुई थी तो मैं काफी जुगाड़ लगाकर पैसे बचाती थी. मुझे लगता है कि घर की औरते हैं ये कर भी सकती हैं. वुमन, पैसा सेव करने में माहिर होती हैं. सच कहूं तो पुरुष से बेहतर इनवेस्टमेंट महिलाएं कर सकती हैं, ऐसा मेरा मानना है.