सूडान के बाजार में अर्धसैनिक समूह का भीषण हमला, 54 की मौत और 158 घायल
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सूडान में सेना के खिलाफ लड़ने वाले एक कुख्यात अर्धसैनिक समूह ने ओमडुरमैन ने शहर में एक खुले बाजार पर हमला कर दिया है, जिसमें 54 लोग मारे गए हैं. इसकी जानकारी सूडान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी.
सूडान में सेना के खिलाफ लड़ रहे कुख्यात अर्धसैनिक समूह रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) ने ओमडुरमैन शहर के एक मार्केट हमला कर दिया. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दायर एक बयान में कहा गया है कि शनिवार को सबरीन मार्केट पर रैपिड सपोर्ट फोर्सेज ने हमला कर दिया, जिसमें 54 लोगों की मौत हो गई है और कम से कम 158 लोगों के घायल हो गए हैं.
न्यूज एजेंसी की खबर के मुताबिक घटना के बाद सरकार के प्रवक्ता खालिद अल-अलेसिर ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हताहतों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इस हमले से निजी और सार्वजनिक संपत्तियों को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने इस हमले को मानवता के खिलाफ एक क्रूर कृत्य बताया और कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का ये घोर उल्लंघन है.
लगभग दो साल से जारी है संघर्ष सूडान में लगभग दो साल से संघर्ष चल रहा है. यह संघर्ष अप्रैल 2023 में तब शुरू हुआ, जब सेना और आरएसएफ के नेताओं के बीच तनाव लड़ाई में तबदील हो गया, जिसमें हजारों लोगों ने अपनी जान गंवा दी. पिछले दो वर्षों में अब तक 28 हजार से अधिक लोग सूडान में मारे जा चुके हैं, जबकि लाखों लोग बेसहारा हो चुके हैं.
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घास खा कर जिंदा कर रहे लोग
सूडान में संघर्ष ने देश में भुखमरी और अकाल जैसी गंभीर समस्याएं भी पैदा कर दी हैं. कुछ क्षेत्रों में लोगों को जीवित रहने के लिए घास तक खाने को मजबूर होना पड़ा है. संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, इस युद्ध में जातीय हत्याएं, बलात्कार और घोर अत्याचार किए जा रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने भी युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों की जांच शुरू कर दी है.
पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि खैबर पख्तूनख्वा में युद्धरत जनजातियों के बीच संघर्ष विराम समझौते की देख रेख कर रहे प्रशासनिक अधिाकरी पर हथियारबंद अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया. पुलिस ने बताया कि घटना के बाद पुलिस की एक टीम आरोपियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. मनन पर हमले के कारण इलाके में शांति की कोशिशों में फिर से परेशानियां आ गई है.
लेविट ने कहा, 'मैक्सिको पर 25 प्रतिशत टैरिफ, कनाडा पर 25 प्रतिशत टैरिफ और हमारे देश में भेजे गए अवैध फेंटेनाइल के लिए चीन पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया है, जिसने 10 लाख अमेरिकियों की जान ले ली है.' लेविट ने 1 मार्च से टैरिफ की रिपोर्टों को भी खारिज कर दिया, जैसा कि कुछ मीडिया आउटलेट्स ने दावा किया था.