![सिद्धू मूसेवाला की हत्या से लेकर नन्हे मेहमान के जन्म तक... ऐसे गुजरे मूसेवाला फैमिली के 2 साल](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202403/65f67f878df1f-balkaur--sidhu-moosewala--charan-kaur-172838464-16x9.jpg)
सिद्धू मूसेवाला की हत्या से लेकर नन्हे मेहमान के जन्म तक... ऐसे गुजरे मूसेवाला फैमिली के 2 साल
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58 साल की उम्र में उनकी मां चरण कौर ने बेटे को जन्म दिया है. सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए फैंस के साथ गुड न्यूज शेयर की है. जानते हैं कि मूसेवाला की मौत के बाद बीते दो सालों में क्या हुआ.
कहते हैं कि चमत्कार में यकीन करने वालों के साथ एक ना एक दिन चमत्कार जरूर होता है. पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता के साथ भी एक चमत्कार हुआ है. सिद्धू मूसेवाला का घर नन्हेमान की किलकारियों से गूंज उठा हुआ. 58 साल की उम्र में उनकी मां चरण कौर ने बेटे को जन्म दिया है.
सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए फैंस के साथ गुड न्यूज शेयर की है. नन्हे मेहमान संग फोटो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा- शुभदीप के चाहने वालों के आशीर्वाद से परमात्मा ने शुभ के छोटे भाई को हमारे ग्रुप में डाल दिया है. वाहेगुरु के आशीर्वाद से परिवार स्वस्थ है और सभी शुभचिंतकों के अपार प्यार के लिए आभारी हैं.
आज से दो साल पहले सिद्धू मूसेवाला की सरेआम हत्या कर दी गई थी. बेटे की मौत के बाद बीते दो मूसेवाला फैमिली के लिए कितने मुश्किल भरे रहे, इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है. पर अब फैमिली से गम के बादल छट चुके हैं. सिद्धू की कमी तो पूरी नहीं की जा सकेगी, लेकिन उनके छोटे भाई के रूप में परिवार में फिर से खुशियां जरूर लौट आई हैं.
जब पंजाब में जन्मा मशहूर सिंगर कहते हैं कि पंजाब के घर का हर बच्चा एक खास टैलेंट के साथ जन्म लेता है. 11 जून 1993 में चरण कौर और बलकौर सिंह के घर सिद्धू मूसेवाला का जन्म हुआ. 28 साल की उम्र में उन्होंने अपनी गायिकी से पंजाबी इंडस्ट्री में बड़ा नाम कमा लिया था. कम उम्र में उनके पास दौलत-शोहरत सब थी. कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते हुए उनके कई दुश्मन भी बनने लगे थे. इसी वजह से 29 मई 2022 को मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की सरेआम हत्या कर दी गई थी. उनकी गाड़ी को घेरकर शूटर्स ने अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं. ये शूटर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के थे.
मूसेवाला के मां-बाप का हुआ बुरा हाल सिद्धू मूसेवाला अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे. इकलौते बेटे की मौत के बाद मां-बाप का क्या हाल हो जाता है. इस चीज को शायद ही शब्दों में बयां किया जा सकता है. बेटे को खोने के बाद चरण कौर और बलकौर टूट कर बिखर गये थे. वो दर-दर बेटे की मौत के हत्यारों को सजा दिलाने की मांग करने लगे. सिद्धू मूसेवाला की मौत के दो साल बाद भी वो उस हादसे को भूला नहीं पा पाएं. शायद ही कभी इस गम को भुलाया जा सकेगा.
अकेलेपन दूर करने के लिए प्लान किया बच्चा सिद्धू मूसेवाला की मौत के बाद उनके माता-पिता अकेले पड़ गये. उनके लिए जिंदगी का हर दिन भारी पड़ा रहा था. जिंदगी का सूनापन दूर करने के लिए उन्होंने फिर से माता-पिता बनने का फैसला किया.
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