सर सैयद अहमद समाज सुधारक कहे गए लेकिन राजा महेंद्र प्रताप सिंह का नाम गायब क्यों?
Zee News
भारत के इतिहास की गई मिलावट आज भी जारी है. इसी मिलावट का नतीजा था कि सैयद अहमद खां को तो समाज सुधारक का दर्जा दिया गया. वहां महान दानवीर और राष्ट्रवादी नेता राजा महेंद्र प्रताप सिंह का नाम जानबूझकर इतिहास में दबा दिया गया.
नई दिल्ली: लोकतंत्र सिर्फ आतंकवाद की वजह से ही नहीं बल्कि मिलावटी इतिहास की वजह से भी खतरे में पड़ जाता है. लोकतंत्र की परिभाषा होती है, जनता का, जनता के लिए, जनता शासन.
भारत ने अंग्रेजों से मिली आजादी के फौरन बाद ही इस भावना को अपना लिया था. लेकिन अंग्रेज जाते जाते इस भावना में मिलावट कर गए थे. कोई देश लोकतंत्र और आज़ादी के महत्व को तब समझता है, जब उस देश के लोगों को उस देश का असली इतिहास पढ़ाया जाता है. हालांकि अंग्रेजों ने और उसके बाद आजाद भारत में आई सरकारों ने ऐसा नहीं होने दिया.
More Related News