सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जोश ऐसा कि व्हिस्की के गिलास खा जाते जांबाज!
Zee News
Surgical Strike: गम और गुस्से के उस दौर में हर भारतवासी के मन को सुकून तब मिलता है, जब सर्जिकल स्ट्राइक की खबर आती है. पर यह इतना भी आसान नहीं था. इसके पीछे सुनियोजित योजना बनी थी, ताकि आतंकियों को सबक सिखाया जा सके. आज भारतीय सेना के शौर्य को ऊंचा करने वाली उस घटना को 5 साल पूरे हो रहे हैं.
नई दिल्लीः Surgical Strike: वो साल 2016 के सितंबर महीने के आखिरी दिन थे. कश्मीर में ठंड बढ़ने लगी थी, पर पूरे देश में गुस्से का उबाल था. हर किसी की मुट्ठियां भिंची हुई थीं. हर कोई बदला चाहता था. बात ही कुछ ऐसी थी. 18 सितंबर को आतंकियों ने उड़ी में आर्मी के 12वें ब्रिगेड हेडक्वॉर्टर में कायराना हमला जो कर दिया था. इस हमले में भारत ने अपने 18 जांबाजों को खो दिया था.
गम और गुस्से के इस दौर में हर भारतवासी के मन को सुकून तब मिलता है, जब खबर आती है कि भारत ने 38 आतंकियों को मारकर उड़ी हमले का बदला ले लिया है. भारत के कमांडो पीओके में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह करते हैं और सुरक्षित लौट आते हैं. पर यह इतना भी आसान नहीं था. इसके पीछे सुनियोजित योजना बनी थी, ताकि आतंकियों को सबक सिखाया जा सके. आज भारतीय सेना के शौर्य को ऊंचा करने वाली सर्जिकल स्ट्राइक की घटना को 5 साल पूरे हो रहे हैं.