'सबको खुश करना संभव नहीं...', टिकट बंटवारे को लेकर बोले सचिन पायलट
AajTak
सचिन पायलट ने कहा कि वह राजस्थान में 'माफ करो, भूल जाओ और आगे बढ़ो' के मंत्र के साथ काम कर रहे हैं, जैसा कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने उन्हें सलाह दी थी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा उन पर निर्देशित 'निकम्मा' जैसे अतीत के बयानों के बारे में पूछे जाने पर पायलट ने कहा, 'छोड़ो! किसने क्या कहा...'
राजस्थान में कोटा उत्तर विधानसभा सीट से कांग्रेस द्वारा अशोक गहलोत के खास शांति धारीवाल को मैदान में उतारने के कुछ दिनों बाद, वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि पार्टी ने जो भी निर्णय लिया है, उससे वह बिल्कुल सहमत हैं. उन्होंने कहा कि टिकट वितरण काफी हद तक बहुत निष्पक्ष था और जीतने की संभावना का ध्यान रखा गया था, उन्होंने कहा कि अब प्राथमिकता पार्टी द्वारा चुने गए सभी उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करना है.
सचिन पायलट ने कहा कि वह राजस्थान में 'माफ करो, भूल जाओ और आगे बढ़ो' के मंत्र के साथ काम कर रहे हैं, जैसा कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने उन्हें सलाह दी थी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा उन पर निर्देशित 'निकम्मा' जैसे अतीत के बयानों के बारे में पूछे जाने पर पायलट ने कहा, 'छोड़ो! किसने क्या कहा...मैंने जो कहा है या नहीं कहा है उसके लिए मैं जिम्मेदार हो सकता हूं. हमें राजनीतिक चर्चाओं में गरिमा बनाए रखनी चाहिए.'
पायलट ने कहा, 'जिसने भी वे सभी शब्द कहे जिनका आपने उल्लेख किया, मैंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी क्योंकि मैं जिस तरह से बना हूं वह ऐसा नहीं है और अब हमें आगे बढ़ना है, जो कुछ भी कहा गया उसे भूल जाना चाहिए, हमें भूलने और आगे बढ़ने की जरूरत है. यह अब यह किसी व्यक्ति या पद या किसी के बयान के बारे में नहीं है. यह देश और पार्टी के बारे में है.'
'बहुमत मिलने के बाद होगा पद का फैसला'
उन्होंने यह भी कहा कि किसे कौन सा पद मिलेगा, यह किसी व्यक्ति द्वारा तय नहीं किया जाता' और कांग्रेस में लंबे समय से चली आ रही परंपरा यह है कि नवनिर्वाचित विधायक और दिल्ली में नेतृत्व बहुमत मिलने के बाद निर्णय लेते हैं. कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची की घोषणा के बाद टिकट वितरण और असंतोष के बारे में पूछे जाने पर, पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह अच्छी बात है जब किसी राजनीतिक दल में बहुतायत की समस्या होती है यानी एक ही सीट के लिए अधिक लोग टिकट चाहते हैं.
'सबको खुश करना संभव नहीं...'
पिछले हफ्ते तक कैलाश गहलोत अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री थे. उन्होंने न केवल मंत्री पद से इस्तीफा दिया, बल्कि आप पार्टी भी छोड़ दी. इसके अगले ही दिन बीजेपी ने उन्हें बड़े धूमधाम से पार्टी में शामिल कर लिया. कैलाश गहलोत ने हाल ही में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी के एक बड़े विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे अब पूरी तरह से बीजेपी के साथ हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम मोदी ने जय भवानी, जय शिवाजी' के जयघोष के साथ अपना संबोधन शुरू किया.
गवर्नर कार्यालय ने स्पष्ट किया कि मूर्ति का अनावरण गवर्नर द्वारा नहीं किया गया था, बल्कि यह मूर्ति कलाकार और भारतीय संग्रहालय द्वारा भेंट के रूप में दी गई थी. इसके बावजूद, इस घटना ने एक राजनीतिक बहस को जन्म दिया है, जहां यह सवाल उठाया जा रहा है कि कोई व्यक्ति जीवित रहते हुए अपनी मूर्ति कैसे लगा सकता है.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 23 नवंबर 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शनिवार का दिन काफी अहम रहा है. महाराष्ट्र में नतीजे आने के बाद सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पर पर अपना दावा ठोका है. सीएम योगी ने यूपी उपचुनाव के नतीजों को पीएम मोदी के नेतृत्व की जीत बताया है.