
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति होंगे गणतंत्र दिवस समारोह के चीफ गेस्ट! भारत की यात्रा के बाद नहीं जाएंगे पाकिस्तान
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भारत हर साल गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने के लिए वर्ल्ड लीडर्स को आमंत्रित करता है. पिछले साल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि के रूप में आए थे, जबकि 2023 में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी ने इस अवसर को गरिमा प्रदान की थी.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे. जानकारी के मुताबिक सुबिआंतो अपनी भारत यात्रा के तुरंत बाद पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेंगे. दरअसल, इस विषय को भारत ने इंडोनेशिया के समक्ष उठाया था. इससे पहले पाकिस्तान मीडिया में खबर थी कि सुबिआंतो भारत दौरे के तुरंत बाद पाकिस्तान जाने की योजना बना रहे थे.
पीटीआई के मुताबिक भारत ने अभी तक इस साल के गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि की औपचारिक घोषणा नहीं की है. सुबिआंतो की उपस्थिति इस बार के गणतंत्र दिवस को और खास बनाएगी. उनकी यात्रा भारत-इंडोनेशिया संबंधों को और मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
भारत हर साल गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने के लिए वर्ल्ड लीडर्स को आमंत्रित करता है. पिछले साल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि के रूप में आए थे, जबकि 2023 में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी ने इस अवसर को गरिमा प्रदान की थी. 2021 और 2022 में COVID-19 महामारी के कारण गणतंत्र दिवस पर कोई मुख्य अतिथि नहीं था. जबकि 2020 में ब्राज़ील के तत्कालीन राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो, 2019 में दक्षिण अफ्रीका के तत्कालीन राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा और 2018 में ASEAN देशों के सभी 10 नेताओं ने समारोह में भाग लिया था.
गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने वाले अन्य प्रमुख नेताओं में 2017 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, 2016 में फ़्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ़्रांस्वा ओलांद, 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा शामिल हैं.
गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले राष्ट्राध्यक्षों और सरकार के प्रमुखों में निकोलस सरकोजी, व्लादिमीर पुतिन, नेल्सन मंडेला, जॉन मेजर, मोहम्मद खातमी और जैक्स शिराक शामिल हैं, तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉन मेजर ने 1993 में गणतंत्र दिवस समारोह में शिरकत की थी, जबकि नेल्सन मंडेला ने 1995 में और दक्षिण कोरिया के तत्कालीन राष्ट्रपति ली म्युंग बाक ने 2010 में शिरकत की थी.

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