यहां आइए, घर खरीदिए, सरकार ही देगी 50 लाख रुपये!
AajTak
सरकार ये स्कीम इसलिए लेकर आई है, ताकि आइलैंड से लोगों के निर्वासन को रोका जा सके. आबादी काफी कम होने की वजह से इन आइलैंड को कई तरह के खतरे का सामना करना पड़ रहा है.
अगर आपको कोई कहे कि घर खरीदने के लिए सरकार ही आपको 50 लाख रुपये देगी तो आप क्या सोचेंगे? आप कह सकते हैं कि ऐसा कहीं होता नहीं है. लेकिन स्कॉटलैंड की सरकार एक ऐसी ही योजना लॉन्च करने जा रही है जहां लोगों को घर खरीदने के लिए करीब 50 लाख रुपये दिए जाएंगे.
घर खरीदने की ये योजना स्कॉटलैंड के कुछ आइलैंड पर शुरू की जाएगी. स्कॉटिश सरकार युवाओं और फैमिली वालों को 50,000 पाउंड (48 लाख रुपये से अधिक) का भुगतान करने की योजना के साथ आगे बढ़ रही है. 2026 तक करीब 100 परिवारों को 48-48 लाख रुपये दिए जाएंगे.
सरकार ये स्कीम इसलिए लेकर आई है, ताकि उन आइलैंड से लोगों के निर्वासन को रोका जा सके, जहां आबादी काफी घट गई है. स्कॉटिश सरकार के मंत्रियों को उम्मीद है कि यह पहल उन 93 आइलैंड में बसे लोगों की नौकरियों और अवसरों की कमी की चिंताओं को भी दूर करेगी.
'डेली मेल' की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने कहा है कि उनकी योजना लोगों को आइलैंड पर स्थायी जीवन जीने में मदद करने के लिए घरों को खरीदने, बनाने या पुनर्निर्मित करने के साथ-साथ व्यवसाय शुरू करने की अनुमति देगी. इस योजना के लिए आवेदन पहले ही किए जा चुके हैं.दूर देशों के लोगों ने भी इसमें अप्लाई किया है. इनमें दक्षिण अमेरिका के इक्वाडोर के लोग भी शामिल हैं.
घरों की कीमतों में इजाफा
लेकिन सरकार की इस योजना को आलोचकों द्वारा एक 'नौटंकी' करार दिया गया है. उनका कहना है कि यह निर्वासन की समस्या के पीछे के दीर्घकालिक मुद्दों को हल नहीं करेगी.
बांग्लादेश में आवामी लीग के प्रदर्शन से एक दिन पहले हिंसक झड़पें हुईं. ढाका के धनमंडी इलाके में बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के घर पर हमला किया गया. प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की और घर को आग के हवाले करने का प्रयास किया. बुलडोजर से भी हमला किया गया. इस बीच हजारों आवामी लीग समर्थकों और नेताओं को गिरफ्तार किया गया. VIDEO
इस हमले के बाद शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने बयान जारी कर देश के अंतरिम युनूस सरकार पर निशाना साधा और राज्य मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. अवामी लीग ने बयान में कहा, जब से अवैध, असंवैधानिक और फासीवादी यूनुस सरकार ने राज्य की सत्ता पर कब्ज़ा किया है, तब से उसने अपने लाभ के लिए राज्य मशीनरी पर कब्जा कर लिया है.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका के दौरे पर हैं. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन रिपोर्ट् का खंडन किया है जिनमें कहा जा रहा है कि अमेरिका 'ईरान के टुकड़े-टुकड़े करने के लिए' इजरायल के साथ मिलकर काम कर रहा है. दावों को खारिज करते हुए ट्रंप ने कहा कि ऐसी अटकलें 'बहुत बढ़ा-चढ़ाकर पेश की गई' हैं.
कहा जाता है कि मिलर का व्हाइट हाउस में बड़ा रुतबा है. वह अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और नीतिगत मामलों के डिप्टी डायरेक्टर हैं. ट्रंप ने जब कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए थे तब वहां मिलर भी मौजूद थे. बता दें कि इस आदेश में ट्रंप ने जन्मसिद्ध नागरिकता को खत्म करने और मैक्सिको सीमा पर सख्ती करने समेत कई फैसले लिए थे.