मोहब्बत में टूटी मजहब की दीवार, निकाह के बाद प्रेमी जोड़े ने लिए सात फेरे
Zee News
हिन्दू नौजवान को एक मुस्लिम खानदान की लड़की से मोहब्बत हो गई. दोनो का प्यार जब परवान चढ़ा तो कानो-कान इसकी खबर दोनों के परिवार वालों तक पहुंच गई और उन लोगों ने इनकी शादी करा दी
बागपत. मुल्क में जात-पात, ऊँच-नीच और मजहब की दीवारों के बीच टूटकर बिखर जाने वाली असंख्य प्रेम कहानियों के बीच उत्तर प्रदेश के बागवत जिले से एक निहायत ही सुकून देने वाली खबर आई है. यहां दो अलग-अलग मजहब से ताल्लुक रखने वाले प्रेमी जोड़े ने अपने-अपने खानदान की रजामंदी से आपस में शादी रचा ली है. खास बात यह है कि शादी हिन्दू और मुस्लिम दोनो रीति-रिवाजों के साथ कराई गई है. जानकारी के मुताबिक, बागपत के सुरूरपुर कलां गांव में एक ईंट-भट्ठे पर दो मुखतलिफ मजहब के परिवार मजदूरी करते थे. वहां काम करने वाले एक हिन्दू नौजवान को एक मुस्लिम खानदान की लडकी से मोहब्बत हो गई. उन दोनो का प्यार जब परवान चढ़ा तो कानो-कान इसकी खबर दोनों के परिवार वालों तक पहुंच गई. होना तो यह था कि दोनों प्रेमी जोड़ों का परिवार उनके प्यार का दुश्मन बन जाता और उनकी प्रेम कहानी दुनिया की असंख्य गैर-मजहबी प्रेम कहानियों की तरह अधूरी रह जाती लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ। दोनों परिवार के लोगों ने राजी-खुशी दोनों की शादी करा दी. शादी पहले मुस्लिम रीति-रिवाज के मुताबिक की गई, लेकिन समाज और महजब के कुछ नाम निहाद ठेकेदारों को यह बात हजम नहीं हुई और वह इसमें अपनी सियासत और दुकानदारी चमकाने पहुंच गए। धार्मिक संगठनों के दबाव में दोबारा हुई शादी इस शादी की जानकारी होते ही हिंदू संगठनों के कुछ पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। जहां उन्होंने प्रेमी युगल की हिंदू रीति-रिवाज से शादी कराने का मुतालबा किया, जिसका कुछ लोगों ने विरोध किया. हालांकि हालात को भांपते हुए नौजवान परिवार के साथ-साथ लड़की के खानदान वालों ने भी हिंदू रीति-रिवाज से दोबारा शादी करने की रजामंदी दे दी जिसके बाद उनकी शादी कराई गई. इस शादी की पूरे इलाके में चर्चा हो रही है.More Related News