'मैंने और मेरे बच्चों ने मुंह खोला तो भयावह सच्चाई उजागर होगी', BJP में शामिल होने के बाद सोरेन परिवार पर बरसीं सीता
AajTak
बीजेपी में शामिल होते ही झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक और सोरेन परिवार की सदस्य सीता सोरेन ने अपने परिवार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अगर मैं और मेरे बच्चों ने मुंह खोलकर भयावह सच्चाई उजागर कर दी तो कितनों का राजनैतिक और सत्ता सुख का सपना चूर चूर हो जाएगा.
झारखंड पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी और जामा से झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की विधायक सीता सोरेन ने बीजेपी का दामन थामने के बाद बिना नाम लिए ही सोरेन परिवार पर जमकर निशाना साधा है. मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुई सीता सोरेन ने कहा कि मैंने और मेरे बच्चों ने मुंह खोला तो भयावह सच्चाई उजागर होगी.
भाजपा नेत्री सीता सोरेन ने आज सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'स्व. दुर्गा सोरेन के नाम की दुहाई देकर घड़ियाली आंसू बहाने वाले लोग मुंह में उंगली नही डालें....मैंने और मेरे बच्चों ने मुंह खोला तो भयावह सच्चाई उजागर होगी. कितनों की राजनीतिक सत्ता सुख का सपना चूर चूर हो जाएगा. झारखंड की जनता उन पर थूकेगी, जिन्होंने दुर्गा सोरेन और उनके लोगों को मिटाने की साजिश की.'
यह भी पढ़ें: 'झारखंड में लोग त्रस्त, चरम पर है जमीन की लूट' बीजेपी में शामिल होने के बाद बोलीं सीता सोरेन
मेरे साथ हुआ अन्याय
उन्होंने पोस्ट में लिखा, मेरे पति स्वर्गीय दुर्गा सोरेन जी के निधन के बाद से मेरे और मेरे बच्चों के जीवन में जो परिवर्तन आया, वह किसी भयावह सपने से कम नहीं था. मुझे और मेरी बेटियों को न केवल उपेक्षित किया गया, बल्कि हमें सामाजिक और राजनीतिक रूप से भी अलग-थलग कर दिया गया. ईश्वर जानता है कि मैंने इस दौर में अपने बेटियों को कैसे पाला है. मुझे और मेरी बेटियों को उस शून्य में छोड़ दिया गया, जहां से बाहर निकल पाना हमारे लिए असंभव लग रहा था. मैंने न केवल एक पति खोया, बल्कि एक अभिभावक, एक साथी और अपने सबसे बड़े समर्थक को भी खो दिया. मेरे इस्तीफे के पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है. यह मेरी और मेरी बेटियों की पीड़ा, उपेक्षा और हमारे साथ हुए अन्याय के खिलाफ एक आवाज है.'
लोगों से की अपील
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
हिंदू संगठन 'बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोते' एक बयान में कहा कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या में कोई सनातनी शामिल नहीं है. एक समूह सुनियोजित हत्या को अंजाम देकर सनातनियों पर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है. हिंदू संगठन ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल बिना शर्त रिहाई और चिटगांव हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है.
महाराष्ट्र में नए सरकार के गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है. एकनाथ शिंदे ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. राजभवन जाकर उन्होंने इस्तीफा सौंपा. शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर उनको अपना इस्तीफा सौंपा. इस दौरान डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे. लेकिन अभी तक नए मुख्यमंत्री को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो सकी है.