मरकजी वजीर को ‘बांग्लादेशी’ बताकर राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, सदन दिन भर के लिए स्थगित
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उपसभापति ने आसन के समीप आकर नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थानों पर जाने और चर्चा में भाग लेने का आग्रह किया, लेकिन सदन में हंगामा जारी रहा. उन्होंने तीन बजकर करीब 20 मिनट पर बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी.
नई दिल्लीः तृणमूल कांग्रेस ने हाल ही में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए पश्चिम बंगाल के एक सांसद को सोमवार को मुबैयना तौर पर ‘‘बांग्लादेशी’’ बताया और इस बारे में सरकार से सफाई की मांग की. इस मुद्दे पर हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. तीन बजे के बाद कार्यवाही जैसे शुरू हुई फिर हंगामे की भेंट चढ़ गई और राज्यसभा को दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा. दो बार के स्थगन के बाद दो बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर रॉय ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मंत्रिपरिषद के जिन सहयोगियों की सूची आज सदन के पटल पर रखी है ‘‘उनमें एक राज्यमंत्री कथित तौर पर बांग्लादेशी’’ हैं. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में एक नोटिस दिया है. खड़गे ने कहा, ‘‘वह बांग्लादेशी हैं या नहीं, यह जानने को मुझे पूरा हक है.’’ सरकार ने इल्जाम को बताया बेबुनियाद और अपमानजनक सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने इसका कड़ा विरोध किया. सदन के नेता पीयूष गोयल ने विपक्षी सदस्यों के आरोपों को ‘‘बेबुनियाद’’ करार दिया और इसमें सच्चाई नहीं होने का दावा करते हुए उपसभापति हरिवंश से इसे सदन की कार्यवाही से बाहर निकालने की अपील की. उन्होंने कहा कि जिस तरह की बेबुनियाद बातें सदन में रखने की कोशिश की जा रही है, उसकी हम मजम्मत करते हैं. इसमें कोई सच्चाई नहीं है.’’ उन्होंने विपक्षी सदस्यों पर समाज के एक वर्ग विशेष को अपमानित करने का इल्जाम लगाया. इसके जवाब में हरिवंश ने कहा कि इसकी जांच की जाएगी.More Related News