'बेकार है मंदिर, नक्शा ठीक नहीं...', राममंदिर दर्शन के सवाल पर बोले रामगोपाल, भड़की BJP
AajTak
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने राम मंदिर के मुद्दे पर विवादित बयान दिया है. उनके इस बयान के बाद बीजेपी समाजवादी पार्टी के साथ- साथ इंडिया ब्लॉक पर भी हमलावर हो गई है. दरअसल रामगोपाल यादव ने राम मंदिर को बेकार बताया था.
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान जारी है. उत्तर प्रदेश में 10 लोकसभा सीटों के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं. इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने राम मंदिर को लेकर ऐसा विवादित बयान दिया है जिसके बाद बीजेपी उन पर हमलावर है. रामगोपाल यादव ने कहा कि मंदिर तो बेकार है, ऐसे मंदिंर नहीं बनाए जाते हैं. उनके इस बयान से सियासत गर्म हो गई है.
रामगोपाल यादव ने कहा, 'वो मंदिर तो बेकार का है, मंदिर ऐसे बनाए जाते हैं? मंदिर ऐसे नहीं बनते हैं, पुराने मंदिर देख लीजिए दक्षिण से से लेकर उत्तर तक देख लीजिए.. नक्शा ठीक नहीं बना है उसका.वास्तु के लिहाज से ठीक नहीं बनाया गया है.' भाजपा ने उनके इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है.
यह भी पढ़ें: 'प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता ठुकरा दिया, चुनाव देख राम मंदिर जा रहे...', अमेठी में स्मृति ईरानी का राहुल गांधी पर तंज
बीजेपी हुई हमलावर
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामगोपाल यादव का बयान हिंदू विरोधी है और उन्होंने रामभक्त हिंदू समाज का अपमान किया है. सीएम ने कहा कि रामगोपाल के बयान से समाजवादी पार्टी की मंशा सामने आ गई है.
वहीं बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, 'कब्रिस्तान बनवाना अच्छा था, मंदिर बेकार है. इनके लिए वो उत्तर प्रदेश अच्छा था जो मुख्तार अंसारी, अबू सलेम, अतीक अहमद और छोटा शकील के लिए जाना जाता था और आज वो यूपी इनके जमाने में अपराध को सैद्धांतिक स्वीकार्यता मिल गई थी.. फिल्में क्या बनती थी यूपी में- जिला गाजियाबाद, लखनऊ सेंट्रल, मिर्जापुर.. यानि पूरी अपराध केंद्रित फिल्में बनती थी, ये अच्छा था.. आज अयोध्या, काशी, कुशीनगर, प्रयाग यहां पर उभरता हुआ यूपी बेकार है. मैं प्रोफेसर रामगोपाल यादव से पूछना चाहूंगा कि सूर्यतिलक हुआ इतना शानदार और साइंटिफिक, वो बेकार था? एक लाख करोड़ का व्यापार तो उस समय हो गया जब मंदिर का उद्घाटन हुई. एयरपोर्ट बन गया अयोध्या में, वो बेकार था.?'
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.