बीजेपी 240, कांग्रेस 99... यहां देखें पूरी लिस्ट, किस पार्टी को मिली कितनी सीटें
AajTak
चुनाव आयोग नेदेश की सभी 543 लोकसभा सीटों के परिणाम घोषित कर दिए हैं, जिसमें भाजपा ने सर्वाधिक 240 सीटें हासिल की है जबकि कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं. भाजपा के सूरत उम्मीदवार मुकेश दलाल के निर्विरोध चुने जाने के बाद 542 सीटों के लिए मतों की गिनती की गई थी.
चुनाव आयोग ने देश की सभी 543 लोकसभा सीटों के परिणाम घोषित कर दिए हैं, जिसमें भाजपा ने सर्वाधिक 240 सीटें हासिल की है जबकि कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं. भाजपा के सूरत उम्मीदवार मुकेश दलाल के निर्विरोध चुने जाने के बाद 542 सीटों के लिए मतों की गिनती की गई थी.
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर नवीनतम अपडेट के अनुसार, लोकसभा चुनावों में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पार्टियों द्वारा जीती गई सीटों की संख्या इस प्रकार है:
NDA में 41 तो I.N.D.I.A में 37 पार्टियां, देखें गठबंधन के घटक दलों की पूरी लिस्ट
तो बता दें कि बीजेपी के अगुवाई वाले गठबंधन NDA यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में कुल 41 दल शामिल हैं. वहीं विपक्ष के INDIA ब्लॉक में 37 पार्टियां हैं. इनमें नेशनल पार्टियों सहित राज्यों के स्थानीय दल शामिल हैं. इस लोकसभा चुनाव में सभी छोटे-बड़े दलों ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा है. हालांकि जेजेपी, अकाली दल जैसी कई पार्टियां ऐसी भी हैं, जो किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं है.
बहराइच हिंसा को हुए पूरे 6 दिन हो गए हैं. इस हिंसा में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये एनकाउंटर गुरुवार को दोपहर सवा दो बजे बहराइच के नानपारा क्षेत्र में हुआ. बहराइच के महाराजगंज के इलाकों में अब सन्नाटा पसरा हुआ है. कई लोग डर के कारण घर छोड़कर भाग गए हैं. जुमे की नमाज से पहले कैसे हैं हालात? देखें.
हमास आतंकी संगठन के आका याह्या सिनवार के मरने से ठीक पहले का वीडियो सामने आया है. जिसमें वह चेहरा ढंक कर सोफे पर बैठा है. धूल से सना हुआ है. जिस इमारत में है वो क्षतिग्रस्त है. उसने इजरायली ड्रोन पर डंडा फेंक कर उसे गिराने का प्रयास भी किया. लेकिन असफल रहा. इसके बाद इस इमारत पर इजरायल ने गोले बरसा दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मीटिंग में एनडीए की मजबूती पर जोर दिया और पार्टी नेताओं से कहा कि अलग-अलग विषयों पर एक आवाज में बोलें. मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक साल में कम से कम दो बार हो. संविधान के मूल्यों को मजबूत करने की जरूरत है और संविधान के 75 वर्ष होने पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएं.