बिना पैराशूट प्लेन से कूदा शख्स, 10000 फीट ऊंचाई, कैमरे पर रिकॉर्ड की अपनी ही मौत
AajTak
ये शख्स जमीन से 10,000 फीट की ऊंचाई पर था. वो कैमरे पर सब रिकॉर्ड करने के लिए काफी उत्साहित था. ये उसकी दिन की तीसरी छलांग थी. मगर फिर याद आया कि पैराशूट लेना भूल गया है.
इस शख्स के साथ वो हुआ, जिसकी शायद ही उसने कभी कल्पना की हो. उसने अपनी ही मौत को कैमरे पर रिकॉर्ड कर लिया. ये मौत बेहद दर्दनाक थी. वो पेशे से स्काइडाइवर था. उसकी मौत प्लेन से कूदने की वजह से हुई. वो एक सबसे जरूरी चीज भूल गया था, जो है पैराशूट.
शख्स का नाम इवान मैकगायर था. घटना अप्रैल 1988 की है. इवान जमीन से 10,000 फीट की ऊंचाई पर पैराशूट लैसन को कैमरे पर रिकॉर्ड करने के लिए काफी उत्साहित थे. ये उनकी दिन की तीसरी छलांग थी. वो अमेरिका के उत्तरी कैरोलीना के फ्रैंकलिन काउंटी स्पोर्ट्स पैराशूट सेंटर में थे.
35 साल के इवान ने प्लेन से छलांग लगाई. लेकिन उन्हें कूदने के बाद याद आया कि वो पैराशूट लेना ही भूल गए हैं. उस वक्त वो कैमरे पर सब रिकॉर्ड कर रहे थे. इस हादसे से पहले इवान ने 800 बार सफलतापूर्वक स्कायडाइविंग की थी. उन्हें पहले लगा कि वो पैराशूट लेकर आए हैं.
लेकिन जब पता चला कि भूल गए हैं, तो काफी डर गए. धरती के करीब आते आते उनके मुंह से निकले आखिरी शब्द थे- 'हे भगवान, नहीं.' बाद में उनका शव उस एयर फील्ड से लगभग डेढ़ मील दूर जंगल में पाया गया, जहां से उन्होंने उड़ान भरी थी. इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई.
पायलट मार्क लुमैन से पूछा गया कि क्या उन्होंने इवान का पैराशूट चेक किया था. FAA इंस्पेक्टर वाल्टर बिग्सबी ने कहा, 'ऐसा नियम है कि जब तक पायलट पैराशूट चेक न करे, कोई छलांग नहीं लगा सकता.' पैराशूट सेंटर के मालिक की पत्नी नैंसी फयार्ड ने कहा, 'किसी को इस बारे में पता नहीं था कि वो प्लेन से बिना पैराशूट के कूदे हैं. बेशक किसी को नहीं पता था. अगर पता होता तो वो उन्हें रोकता.'
हालांकि जांच में पता चला कि कोई साजिश नहीं रची गई. न ही ये मामला आत्महत्या का है. इसे दुर्घटना से हुई मौत करार दिया गया. ऐसा माना गया कि इवान ने कैमरा इक्विपमेंट को पैराशूट समझकर पकड़ लिया और प्लेन से कूद गए. क्योंकि दोनों का वजन लगभग बराबर ही था. इस घटना को आज तक कोई भूल नहीं पाया है.
Delhi Pollution: सर्द मौसम की शुरुआत होने के साथ ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. आलम यह है कि नवंबर के मध्य में ही दिल्ली में धुंध की एक मोटी परत छा गई है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. लोगों को सांस लेने में समस्या से लेकर गले में जलन तक की परेशानी से जूझते हुए देखा जा रहा है.
Redmi A4 5G Launch in India: Xiaomi के सस्ते फोन Redmi A4 5G को खरीदते हुए आपको सावधान रहने की जरूरत है. ये फोन 5G सपोर्ट के साथ तो आता है, लेकिन इस पर आपको Airtel 5G का सपोर्ट नहीं मिलेगा. कंपनी ने लॉन्च इवेंट में तो इस बारे में जानकारी नहीं दी थी, लेकिन स्पेक्स पेज पर एक छोटी डिटेल जरूर दी है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
UP Police Recruitment Scam: यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने 2020-21 में सब-इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी के पदों के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी. जांच में सामने आया कि सात अभ्यर्थियों ने अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर सॉल्वर गैंग की मदद से अपनी जगह सॉल्वर गैंग के डमी कैंडिडेंट्स को बैठाया था.
Hyundai Ioniq 9 साइज में काफी बड़ी है और कंपनी ने इसके केबिन में बेहतर सीटिंग अरेंजमेंट के साथ इसके व्हीलबेस को भी लंबा बनाया है. इसमें थर्ड-रो (तीसरी पंक्ति) में पीछे की तरफ घूमने वाली सीट दी गई है. इसके अलाव ये कार व्हीकल टू लोड (V2L) फीचर से भी लैस है, जिससे आप दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी पावर दे सकते हैं.
इस प्रक्रिया की सफलता की जांच करने के लिए पहले मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा. मॉक टेस्ट में चार अलग-अलग पारियों में 400 स्टूडेंट्स को बुलाया जाएगा, और इसके लिए छात्रों को 23 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा. अगर यह टैबलेट बेस्ड टेस्ट प्रक्रिया सही तरीके से आयोजित होती है, तो भविष्य में कर्मचारी चयन बोर्ड की छोटी भर्ती परीक्षाओं के लिए भी टैबलेट मोड पर परीक्षा आयोजित करने की योजना बनाई जाएगी.
गुड़गांव की सबसे महंगी सोसायटी ‘द कैमिलियास’ में फ्लैट का मालिक होना एक स्टेटस सिंबल माना जाता है. यहां रहना हर किसी का सपना होता है, लेकिन भारत में शायद 0.1% लोग ही इस सपने को पूरा करने की क्षमता रखते हैं. फिर भी, आम लोगों के मन में हमेशा यह सवाल रहता है कि आखिर करोड़ों के इन फ्लैट्स का अंदरूनी नजारा कैसा होता है.