
फिल्मों की कलेक्शन के फेक नंबर्स और 90 की घिसी पिटी एक्शन स्टाइल के बारे में खुलकर बोले अनिल शर्मा
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डायरेक्टर अनिल शर्मा पर उनकी डायरेक्शन को लेकर कई क्रिटिक्स का मानना है कि उनकी फिल्मों के एक्शन में 80-90 दशक का स्टाइल होता है. अपनी एक्शन के तरीकेकार पर अनिल हमसे बातचीत करते हैं.
डायरेक्टर अनिल शर्मा की हालिया रिलीज फिल्म 'गदर 2' ने एक ओर जहां बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ बिजनेस कर एक नया रिकॉर्ड हासिल किया है, तो वहीं दूसरी ओर फिल्म से जुड़े कई क्रिटिक्स ने इसको सिनेमा पैरामिटर्स के मद्देनजर एवरेज फिल्म का करार दिया है. इतना ही नहीं कई लोगों ने इसके कलेक्शन पर भी सवाल खड़ा कर दिया था.
जब हमने अनिल शर्मा से इस फिल्म की ऑर्गेनिक कमाई और उनके एक्शन स्टाइल पर बातचीत की, तो उन्होंने इसपर खुलकर अपनी राय रखी है. अनिल की डायरेक्शन पर अक्सर ये सवाल उठते रहे हैं कि वो अपनी फिल्मों में 80-90 दशक के ही एक्शन को रिपीट करते रहते हैं.
इसके जवाब पर अनिल कहते हैं, 'मेरी डायरेक्शन पर जो भी लोग ये सवाल उठाते हैं, उनसे मैं ये ही कहना चाहूंगा कि एक बार वो भी फिल्म बनाकर देख लें. जरा उन्हें भी पता चले कि आखिर फिल्ममेकिंग कैसी होती है. वो मुझे बताएं और सिखाएं कि आखिर 2023 का एक्शन कैसा होता है? अरे भई फिल्म 70 के दशक पर बेस्ड है, तो जाहिर सी बात है कि मुझे उसी दशक के एक्शन को पर्दे पर दिखाना होगा. कुछ लोग हैं, जो ज्यादा समझदार हैं, उनके पास ज्यादा अक्ल है. तो वो इस तरह की बातें करते हैं, तो उन्हें करने दीजिए. अब पब्लिक ने जो फैसला लेना था, वो तो दिख ही रहा है न. हमारी फिल्म ने बिजनेस कर ही लिया. अब मैं किनकी बात पर ध्यान दूं.'
अनिल आगे कहते हैं, 'मुझे तो बड़ा अच्छा लगता है, जब लोग ऐसी बातें करते हैं. मैं खुश होता हूं कि चलो आपके निंदक बढ़ रहे हैं, ऐसे में आप सही रास्ते पर चल रहे हो. ये तो खुशी की बात है. मैं उनसे प्रार्थना भी करता हूं कि मुझे सीखा भी दें कि फिल्म क्या होता है. देखो, मैंने गदर के बाद एक और फिल्म बनाई थी, 'द हीरो'..उसमें कितना मॉर्डन एक्शन था. वो फिल्म 2003 में रिलीज हुई थी. तब लोग कहने लगे थे कि मैंने टाइम से आगे की फिल्म बना दी है. इसमें गदर जैसा रस्टिक एक्शन नहीं है. बताओ, अब तो यही कहता हूं कि कुछ तो लोग कहेंगे, उनका काम है कहना.'
गदर की कलेक्शन को लेकर भी सवाल उठे थे. यही वजह भी रही कि फिल्म द्वारा जारी किए जा रहे कलेक्शन के पोस्टर्स में बोल्ड लेटर से लिखा गया था कि फिल्म के कलेक्शन पूरी तरह से ऑर्गैनिक हैं. इतनी सफाई दिए जाने के कारण पर अनिल बताते हैं, 'सारे लोग जानते हैं कि गदर के कलेक्शन ऑर्गैनिक है. मैं दूसरों के बारे में कोई बात नहीं करना चाहता. इंडस्ट्री में लोग तरह-तरह की चर्चाएं करते रहते हैं. लेकिन मैं यहां गदर की कलेक्शन पर बात कर सकता हूं. बाकि दूसरे क्या हैं, वो जानें..उनका जमीर जानें.. मैं इसमें कुछ नहीं कह सकता हूं. हां, ये जरूर कहना चाहूंगा 2023 बहुत ही सुंदर साल रहा है. खान साहब की दो फिल्में चलीं और भी कई फिल्में चली, उन सभी को बधाई. ये साल सिनेमा के बिजनेस के लिहाज से बेहतरीन साल रहा है. सबको मेरी ओर से बधाई. '

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