![पहचान छिपाकर मिथुन के बेटे नमाशी ने दिया ऑडिशन, तीन साल के बाद मिला ब्रेक](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202304/namashi-sixteen_nine.jpg)
पहचान छिपाकर मिथुन के बेटे नमाशी ने दिया ऑडिशन, तीन साल के बाद मिला ब्रेक
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एक ओर जहां स्टारकिड्स को लॉन्च करने के लिए स्टार पेरेंट्स तमाम तरह के जतन करते हैं, तो वहीं इस स्टारकिड को उनके पैरेंट्स ने सरनेम न इस्तेमाल कर अपना रास्ता तय करने की नसीहत दी है. 2016 से ऑडिशन दे रहे इस स्टारकिड को अब जाकर फिल्म मिली है.
मिथुन चक्रवर्ती के दूसरे बेटे नमाशी अपना फिल्मी डेब्यू करने जा रहे हैं. राजकुमार संतोषी की फिल्म बैड बॉय में नमाशी एक अनोखे किरदार में हैं. फिल्म, स्टारकिड्स, नेपोटिज्म, ऑडिशन जैसे कई मुद्दों पर वो हमसे खुलकर बातचीत करते हैं.
अमूमन स्टारकिड्स तो 20 साल की उम्र से ही डेब्यू की तैयारी में लग जाते हैं. आपको इतनी देरी क्यों हुई. जवाब में नमाशी कहते हैं, सबसे पहला कारण तो, कोविड था. इसने मेरे दो साल खत्म कर दिए. इसके अलावा मैं मानता हूं कि अगर आप बहुत जल्दी आ जाते हैं, तो यह आपको बैकफायर कर सकता है. मैंने अपना डेब्यू 27 साल की उम्र किया था, फिल्म को रिलीज होने में 2 साल लग गए हैं. मुझे लगता है कि यह 26 से 27 साल की उम्र डेब्यू के लिए परफेक्ट है. वरुण धवन, रणबीर कपूर ने भी इसी ऐज में अपना करियर शुरु किया था. एक्टर के तौर पर आप स्क्रीन पर मैच्यॉर भी लगते हो.
2016 से हजारों ऑडिशन दे चुका हूं नमाशी बचपन से ही एक्टर बनना चाहता थे. उन्होंने 2016 से अपने करियर के प्रति काम करना शुरू किया है. नमाशी बताते हैं, मैं 2016 से केवल ऑडिशन देता आ रहा हूं. 2019 में जाकर मुझे यह फिल्म मिली है. जब फिल्म बनी, तो कोरोना आ गया. मुझे डेब्यू के लिए दोबारा लगभग तीन साल इंतजार करना पड़ा था.
आपके एरयपोर्ट लुक नहीं बल्कि एक्टिंग को याद रखा जाए
स्टारकिड होने के बावजूद नमाशी खुद को हमेशा लाइमलाइट से दूर रखते रहे हैं. इसके जवाब में नमाशी कहते हैं, मुझे एक बात बताओ कि कौन सा ऐसा एक्टर है, जो एयरपोर्ट में पहने ड्रेस से याद रखा गया है? या किसी बड़े पोर्टल पर दिए इंटरव्यू की वजह से जाना जाता है? मैं मानता हूं कि एक अच्छा एक्टर बीस साल बाद ही अपनी एक्टिंग के लिए पहचाना जाएगा. पैसे, पीआर स्ट्रैटेजी मुझे कहीं कभी मदद नहीं आने वाली है. अगर टैलेंट है, तो ही आप सरवाइव कर सकते हैं. मैं इन पचड़ों में पड़ना ही नहीं चाहता हूं और केवल अपने काम पर ही फोकस करता हूं.