नशे के खिलाफ पर एमपी पुलिस का बड़ा एक्शन, 8 घंटे में जब्त किए 10 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ
AajTak
भोपाल, खरगौन, सिवनी, छिंदवाड़ा और नीमच में हुई बड़ी कार्रवाही प्रदेशव्यापी अभियान के पहले दिन पुलिस को 43 स्थानों पर अवैध मादक पदार्थ जब्त करने में सफलता मिली.
मध्यप्रदेश पुलिस ने गुरुवार को नशे के खिलाफ एक बड़ा ऑपेरशन चलाया. सीएम मोहन यादव के निर्देश पर मध्यप्रदेश पुलिस ने पूरे प्रदेश में अवैध मादक पदार्थों की धरपकड़ शुरू कर दी है. जिसके पहले ही दिन पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली.
मध्यप्रदेश पुलिस ने गुरुवार रात को आंकड़े जारी करते हुए बताया कि 'मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश पर मध्यप्रदेश पुलिस अवैध नशे के कारोबार के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया है, जिसमें 14 नवम्बर को सुबह 8 बजे से अवैध मादक पदार्थों की धरपकड़ की कार्रवाई शुरू की गयी. पुलिस ने पहले ही दिन प्रदेश के अलग-अलग शहरों में सुबह 8 बजे से शाम तक कार्रवाई कर आठ घंटो में ही 10 करोड़ रूपए से अधिक की कीमत का 700 किलो से ज्यादा अवैध मादक पदार्थ जब्त किए हैं.
भोपाल, खरगौन, सिवनी, छिंदवाड़ा और नीमच में हुई बड़ी कार्रवाही प्रदेशव्यापी अभियान के पहले दिन पुलिस को 43 स्थानों पर अवैध मादक पदार्थ जब्त करने में सफलता मिली. भोपाल में क्राइम ब्रांच ने 8.4 किलोग्राम चरस, खरगौन जिले के चैनपुर में 478 किलोग्राम गांजा, सिवनी जिले के धनौरा में 80 किलोग्राम गांजा, छिंदवाड़ा जिले के कोतवाली थाना में 42.100 किलोग्राम गांजा तथा नीमच के रतनगढ़ थाना में 60 किलोग्राम डोडाचूरा जब्त हुआ है.
इसके साथ ही 18 आरोपियों के अलावा 6 कार और एक ट्रक भी पुलिस ने जब्त किए हैं. इस प्रकार प्रदेश में पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर कार्रवाही कर 37.58 ग्राम स्मैक, 649 ग्राम ब्राउन शुगर, 60 किलो डोडा चूरा, 61 ग्राम एमडी सहित 56 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही अवैध मादक पदार्थों के परिवहन में इस्तेमाल हो रहे 11 वाहनों को भी जब्त किया है.
भारत में साइबर अपराध की दर लगातार बढ़ रही है. सरकार इसे रोकने के लिए कदम भी उठा रही है, लेकिन साइबर अपराधी सरकार से कई कदम आगे हैं. वे अब शादी के डिजिटल कार्ड्स को व्हाट्सएप पर भेजकर लोगों का डेटा चोरी कर रहे हैं. हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने इसे एक नया फ्रॉड कहा है. पूरा मामला बता रहे हैं सुधीर चौधरी.
चेन्नई के लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन के खिलाफ ED का बड़ा एक्शन, कई राज्यों में नए सिरे से छापेमारी
ईडी ने यह छापेमारी हाल ही में मद्रास उच्च न्यायालय से मार्टिन के खिलाफ कार्रवाई करने की अनुमति मिलने के बाद की. क्योंकि तमिलनाडु पुलिस ने उसके और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिक एफआईआर को बंद करने का फैसला किया था और निचली अदालत ने पुलिस की इस याचिका को स्वीकार कर लिया था.
लोकसभा चुनावों में बीजेपी को अपेक्षित सफलता न मिलने का एक कारण छात्र असंतोष को भी बताया गया था. इसके बावजूद जिस तरह प्रयागराज छात्र आंदोलन को सरकार ने पिछले 4 दिन डील किया उससे यही लगता है कि कही न कहीं लापरवाही की गई है. फिलहाल इस मामले में योगी सरकार ने जो दखल दिया है, यही कहा जाएगा कि देर आए दुरुस्त आए.