
दिल्ली: खजूरी खास में खुले नाले में गिरा तीन साल का मासूम, डूबने से हुई मौत
AajTak
दिल्ली के खजूरी खास इलाके में घर के बाहर खेल रहा तीन साल का मासूम बच्चा खुले नाले में गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद इलाके में मातम पसर गया और लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. लोगों ने बताया कि बच्चा खेलते-खेलते अचानक खुले नाले में गिर गया. स्थानीय लोगों ने तुरंत बच्चे को बचाने की कोशिश की लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
उत्तर पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास इलाके में शुक्रवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें एक बच्चे की जान चली गई. दरअसल घर के बाहर खेल रहा तीन साल का मासूम बच्चा खुले नाले में गिर गया और उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद इलाके में मातम पसर गया और प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगने लगे.
कैसे हुआ हादसा?
खजूरी खास थाना पुलिस को शुक्रवार दोपहर करीब 1:39 बजे इस घटना की सूचना मिली. पुलिस टीम तुरंत गली नंबर 22 पहुंची, जहां लोगों ने बताया कि बच्चा खेलते-खेलते अचानक खुले नाले में गिर गया. स्थानीय लोगों ने तुरंत बच्चे को बचाने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस की मदद से उसे जग प्रवेश चंद्र अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 106 (लापरवाही से मौत का कारण) के तहत केस दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है. घटना के बाद स्थानीय लोगों में रोष है.
उनका कहना है कि नाले लंबे समय से खुले पड़े हैं और नगर निगम को कई बार इसकी शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और मांग की कि खुले नालों को तुरंत ढका जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों.
मृतक बच्चे के परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि इस लापरवाही के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. दिल्ली के कई इलाकों में खुले नाले दुर्घटनाओं को न्योता देते हैं. यह कोई पहली घटना नहीं है, जब किसी मासूम की जान इस वजह से गई हो.

बीते कुछ वक्त के दौरान कई ऐसे मौके आए जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अजीबोगरीब बर्ताव या फिर हाव-भाव ने सबको चौंकाया. अब राष्ट्रगान के अपमान का आरोप लगाते हुए RJD ऐसे वाकयों को लेकर सीएम नीतीश की फिटनेस पर सवाल उठा रही है. बड़ा सवाल है कि विपक्ष के इन दावों में कितना दम हैं? देखें स्पेशल रिपोर्ट.

नागपुर में हिंसा अचानक नहीं हो गई. माना जा रहा है कि हिंसा की पटकथा कई दिन से लिखी जा रही थी. इसकी साजिश सीमापार से रची जाने की बात सामने आ रही है. सवाल है कि इंटरनेशनल साजिश के कितने किरदार हैं. क्या हिंसा का मास्टरमाइंड बताया जा रहा फहीम खान ही मुख्य आरोपी है या वो सिर्फ मोहरा है? देखें हल्ला बोल.

नागपुर में हुई हिंसा पर आजतक के शो में तीखी बहस हुई. भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि जो औरंगजेब को महान बताएगा उसे चीर देंगे. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने भाजपा पर हमला बोला और कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए और इतिहास के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की.

दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास में आग लगने के बाद भारी मात्रा में कैश बरामद होने का मामला सामने आया है. SC ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. जस्टिस वर्मा को इलाहाबाद हाईकोर्ट ट्रांसफर कर दिया गया है. केंद्र सरकार SC की कार्रवाई का इंतजार कर रही है और महाभियोग प्रस्ताव लाने की संभावना है.