चीन की धमकी को अमेरिका ने नहीं दिया भाव, ताइवान से बढ़ा रहा है कारोबार
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अमेरिका और ताइवान आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने के लिए जल्दी ही बातचीत शुरू करने वाले हैं. यह बातचीत ऐसे समय शुरू हो रही है, जब चीन ने अमेरिका को ताइवान के साथ संबंध नहीं बढ़ाने को कहा है.
ग्लोबल सप्लाई चेन (Global Supply Chain) में आ रहे बदलावों को देखते हुए दुनिया के सारे प्रमुख देश बचाव की तैयारियां करने लगे हैं. भारत देश में ही सेमीकंडक्टर हब (Semiconductor Hub) बनाने की तैयारी में है, तो अमेरिका ताइवान के साथ आर्थिक संबंधों (US Taiwan Economic Ties) को मजबूत बनाने का प्रयास कर रहा है. इसके लिए अमेरिका ने तय कर लिया है कि वह चीन (China) की तमाम चेतावनी की परवाह नहीं करेगा, बल्कि उन्हें नजरअंदाज करेगा.
चीन ने दी है अमेरिका को चेतावनी
खबरों के अनुसार, अमेरिका और ताइवान आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने के लिए जल्दी ही बातचीत शुरू करने वाले हैं. यह बातचीत ऐसे समय शुरू हो रही है, जब चीन ने अमेरिका को ताइवान के साथ संबंध नहीं बढ़ाने को कहा है. हाल ही में जापान में संपन्न क्वॉड समिट (Quad Summit) में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Jow Biden) ने ताइवान को लेकर खुलकर टिप्पणी की थी. बाइडेन ने तो यहां तक कह दिया था कि अगर चीन ने ताइवान पर हमला किया तो अमेरिका खुलकर ताइवान का साथ देगा.
इस फ्रेमवर्क में ताइवान को लाने का इरादा
बाइडेन की हालिया जापान यात्रा के दौरान ही इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (Indo-Pacific Economic Framework) का ऐलान किया गया था. इस फ्रेमवर्क में भी अमेरिका ने ताइवान के साथ आर्थिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने की बात की थी. अब बताया जा रहा है कि दोनों देश प्रस्तावित बातचीत में न सिर्फ आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर जोर देंगे, बल्कि ट्रेड फैसिलिटेशन (Trade Facilitation), सप्लाई चेन वर्क (Supply Chain Work) और एग्री कमॉडिटीज (Agri Commodities) के व्यापार को बढ़ाने की डील भी कर सकते हैं. अमेरिका इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क में ताइवान को शामिल करना चाहता है. हालांकि कुछ देश चीन की नाराजगी के कारण इसके पक्ष में नहीं हैं.
अमेरिका-ताइवान के बीच इन चीजों का व्यापार
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